शुरू होने से पहले ही कानूनी पचड़े में फंसा यह टी20 टूर्नामेंट, रोहित-श्रेयस-रहाणे दिखाने वाले हैं जलवा
जल्द ही शुरु होने जा रही टी20 मुंबई लीग कानूनी पचड़े में फंसती दिखाई दे रही है। दरअसल, लीग की वैधता को चुनौती देने वाली 2 याचिकाएं बॉम्बे हाईकोर्ट में दाखिल की गई हैं। जिसके बाद लीग के भविष्य को लेकर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। बता दें कि टी20 मुंबई लीग आगामी 11 मार्च से शुरू होने जा रही है, जिसमें रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी अपना जलवा बिखेरेंगे। लेकिन सामाजिक कार्यकर्ता और ऑल महाराष्ट्र ह्यूमन राइट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जयेश मिरानी ने टी-20 मुंबई लीग आयोजित कराने के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में एक पीआईएल दाखिल की है। जयेश मिरानी ने इस जनहित याचिका में एमसीए कमेटी मेंबर राकेश नागर की मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ की गई शिकायत को आधार बनाया है। याचिका में कहा गया है कि मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) की इस लीग के लिए कार्यशैली शक के घेरे में है।
नागर का आरोप है कि मुंबई लीग के लिए सबसे ऊंची बोली लगाने वाले श्रीनमन ग्रुप में कमेटी के एक सदस्य की हिस्सेदारी है। इसके बाद लीग की टेंडर प्रक्रिया पर शक पैदा हो गया है। जयेश के अलावा एमसीए के ही एक सदस्य नदीम मेनन ने भी लीग के खिलाफ एक याचिका दाखिल की है, जिसमें आरोप लगाया है कि कोई भी ट्रांजैक्शन करने के लिए एमसीए के पास पात्र सदस्यों का जरूरी कोरम भी नहीं है। एमसीए की कार्यकारी संस्था का 2 साल का कार्यकाल पिछले साल ही पूरा हो चुका है। ऐसे में, एमसीए किसी भी तरह का बिजनेस करने का पात्र नहीं है।
बता दें कि टी20 मुंबई लीग का आयोजन 11 मार्च से लेकर 21 मार्च तक मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में किया जाएगा। इस लीग में अजिंक्य रहाणे को मुंबई नॉर्थ और सूर्यकुमार यादव मुंबई नॉर्थ-ईस्ट का आइकॉन खिलाड़ी चुना गया है। रोहित शर्मा मुंबई नॉर्थ-वेस्ट और श्रेयस अय्यर मुंबई नॉर्थ-सेंट्रल का प्रतिनिधित्व करेंगे। पहले इस लीग में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर भी खेलने वाले थे, लेकिन बाद में अर्जुन ने इस लीग से अपना नाम वापस ले लिया। सचिन तेंदुलकर टी20 मुंबई लीग के ब्रांड एंबेसडर हैं।