नरेंद्र मोदी को कितना जानती हैं? सोनिया गांधी से पूछा यह सवाल तो क्या मिला जवाब, पढ़िए
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है और कहा है कि सरकार विपक्ष को संसद में बोलने नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार अहम मुद्दे पर चर्चा से पीछे भाग रही है। सोनिया ने आरोप लगाया कि जब पीएबी फ्रॉड पर संसद में चर्चा की मांग की गई तो सरकार ने इससे पीछे हट गई। उन्होंने कहा कि जब विपक्षी संसद में नहीं बोलेंगे तो फिर संसद क्यों है? क्यों ना संसद को बंद कर दिया जाय? इंडिया टुडे कॉनक्लेव के 17वें संस्करण में सोनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2014 में कांग्रेस के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाकर और भ्रामक प्रचार कर सत्ता पाई है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की मार्केटिंग पॉलिसी के सामने कांग्रेस मात खा गई। हालांकि, 10 साल के यूपीए शासनकाल के बाद एंडी इनकमबेंसी फैक्टर को उन्होंने खारिज नहीं किया। जब इंडिया टुडे ग्रुप के अध्यक्ष अरुण पुरी ने उनसे पूछा कि 2014 के चुनाव से कांग्रेस ने क्या सीखा तो सोनिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को लोगों के साथ संवाद करने का नया तरीका अपनाना होगा और पार्टी इस पर काम कर रही है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के बीच तुलना किए जाने के सवाल पर सोनिया ने वाजपेयी की तारीफ की और कहा कि वह विपक्षी नेताओं और दलों का सम्मान करते थे। सोनिया ने कहा कि वाजपेयी संसदीय परंपराओं में विश्वास रखने वाले नेता हैं जबकि मौजूदा दौर में संसदीय नियमों और परंपराओं का पालन नहीं हो रहा है। जब अरुण पुरी ने पूछा कि आप नरेंद्र मोदी को कितना जानती हैं तो सोनिया ने कटाक्ष करते हुए कहा, “मैंने पूरी रामायण पढ़ ली, आप पूछ रहे हैं, सीता कौन है?” सोनिया ने यह भी कहा कि क्या मई 2014 से पहले देश एक ब्लैकहोल था और सिर्फ इसके बाद ही देश ने सबकुछ किया है। सोनिया ने यह भी कहा कि बीजेपी और नरेंद्र मोदी की टीम लोगों को यह समझाने में कामयाब रही कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है।
एक अन्य सवाल के जवाब में सोनिया ने कहा कि मोदी सरकार के अच्छे दिन की स्थिति वाजपेयी काल के शाइनिंग इंडिया जैसी होगी। सोनिया ने कहा कि मोदी सरकार अपने वादों पर खरे नहीं उतरी है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि 2019 में यूपीए चुनाव जीतने में कामयाब रहेगी। कांग्रेस में अपनी भूमिका पर सोनिया ने कहा कि वो एक कार्यकर्ता भर हैं और अगर पार्टी चाहेगी तो वो अगला चुनाव लड़ेंगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर वो राहत महसूस कर रही हैं। राहुल गांधी के कामकाज की सोनिया ने तारीफ की है और कहा है कि संगठन उनके नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है।