अटल बिहारी वाजपेयी की कार में लटक लिए थे नीतीश कुमार, मार लिया था बिहार का हक: लालू यादव

आंध्र प्रदेश को विशेष राज्‍य का दर्जा देने पर शुरू रार अभी थमा भी नहीं कि बिहार में भी इस पर राजनीति शुरू हो गई है। बिहार में बीजेपी के सहयोगी दल जदयू ने भी विशेष दर्जा देने का मुद्दा छेड़ दिया। जेल में बंद राजद प्रमुख लालू यादव ने इसको लेकर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है। लालू के टि्वटर हैंडल से ताबड़तोड़ कई ट्वीट किए गए। उन्‍होंने लिखा, ‘वर्ष 2003 में तत्‍कालीन प्रधानमंत्री आदरणीय (अटल बिहारी) वाजपेयी जी पटना आए थे। मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी (तत्‍कालीन) ने उनके सामने बिहार को विशेष राज्‍य का दर्जा देने की मांग तथ्‍यों के साथ पुरजोर तरीके से रखी थी। वाजपेयी साहब सहमत हो गए थे, क्‍योंकि उन्‍होंने ही वर्ष 2001 में बिहार का बंटवारा किया था। इसलिए उन्‍हें (वस्‍तुस्थिति की) जानकारी थी। लेकिन, एयरपोर्ट जाने के क्रम में रेलमंत्री (तत्‍कालीन) नीतीश कुमार वाजपेयी जी की कार में लटक लिए। नीतीश ने कहा कि अगर आप (वाजपेयी) बिहार को विशेष राज्‍य का दर्जा दे देंगे तो हमारी राजनीति चौपट हो जाएगी और कभी भी हमारी सरकार नहीं बनेगी। इस तरह नीतीश की संकीर्ण और नकारात्‍मक सोच की वजह से बिहार का हक मारा गया।’ लालू यादव ने इससे पहले 8 मार्च को भी ट्वीट कर इस मुद्दे पर नीतीश कुमार की तीखी आलोचना की थी। उन्‍होंने लिखा था, ‘नीतीश को अपना डर और स्‍वार्थ छोड़ रीढ़ की हड्डी सीधी रखनी चाहिए। नीतीश जनता को बताएं कि पीएम नरेंद्र मोदी ने विशेष पैकेज के नाम पर 1.65 लाख करोड़ रुपये की बिहार की बोली लगाई थी, उसमें से कितनी चवन्‍नी मिली? धेला नहीं मिला धेला…हिम्‍मत है तो बताओ? कितना मिला? कब तक गुमराह करोगे?’

नीतीश के मंत्री ने छेड़ा मुद्दा: बिहार सरकार में मंत्री महेश्‍वर हजारी ने नरेंद्र मोदी सरकार से प्रदेश को विशेष राज्‍य का दर्जा देने की मांग की थी। उन्‍होंने कहा था कि सीएम नीतीश जल्‍द ही पीएम मोदी के समक्ष इस मांग को दोहराएंगे। लालू यादव ने इस पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया था, ‘केंद्र और बिहार में एनडीए की सरकारें हैं फिर भी बिहार को विशेष राज्‍य का दर्जा क्‍यों नहीं मिल रहा? बिहार को विशेष रज्‍य का दर्जा नीतीश नहीं दिलाना चाहते या फिर बीजेपी नहीं चाहती? छुपन-छुपाई छोड़ बिहार की जनता को स्‍पष्‍ट बताओ? किस वजह और किसकी वजह से विशेष राज्‍य का दर्जा नहीं मिल रहा?’ बता दें कि NDA की सहयोगी TDP आंध्र प्रदेश को विशेष राज्‍य का दर्जा देने की मांग को लेकर केंद्रीय कैबिनेट से हट गई है। पीएम मोदी ने आंध्र के मुख्‍यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से फोन पर भी बात की थी, लेकिन खटास कम न हो सकी। TDP कोटे के दो मंत्रियों ने मंत्रिमंडल से इस्‍तीफा दे दिया। इसके बाद बिहार के एक मंत्री ने राज्‍य को विशेष राज्‍य का दर्जा देने की मांग छेड़ दी। दूसरी तरफ, केंद्र सरकार का कहना है कि वित्‍त आयोग की सिफारिशों के आधार पर पूर्वोत्‍तर और हिमालयन स्‍टेट को छोड़ कर किसी अन्‍य राज्‍य को विशेष राज्‍य का दर्जा नहीं दिया जा सकता है।

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