भारत और फ्रांस के बीच रक्षा और उर्जा आदि क्षेत्रों के हुए 14 समझौते, पीएम ने साथ काम करने की बात पर भी दिया बल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और फ्रांस, दोनों ही मजबूत देश हैं। ये वैश्विक चुनौतियों के लिए तैयार हैं और दोनों ही मिलकर उनका मुकाबला करेंगे। पीएम ने इसी के साथ आसमान से लेकर जमीन तक साथ काम करने की बात पर भी बल दिया। पीएम ने ये बातें शनिवार को देश की राजधानी दिल्ली स्थित हैदराबाद हाऊस में कहीं। उनके साथ इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों भी मौजूद थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले दोनों देशों के बीच 14 साझा समझौते हुए, जिसमें से रक्षा और उर्जा क्षेत्र के समझौते भी हैं। भारत और फ्रांस हिंद महासागर में एक दूसरे का आपसी सहयोग करेंगे। आपको बता दें कि फ्रांस के राष्ट्रपति इस वक्त भारत में हैं। वह अपने चार दिवसीय दौरे के लिए यहां पधारे हैं। दोपहर में हुई कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में पीएम बोले, “मैं मैक्रों के स्वागत से खुश हूं। उन्होंने दिल खोलकर मेरा स्वागत किया है। भारत और फ्रांस दो समृद्ध और मजबूत देश हैं। दोनों देशों की साझेदारी सदियों पुरानी है। विश्व शांति के लिए भारत-फ्रांस के मैत्रीपूर्ण संबंध जरूरी हैं। हम मिलकर वैश्विक चुनौतियों का सामना करेंगे।”

 

उन्होंने आगे कहा, “भारत फ्रांस ने बनाया ज्वाइंट स्ट्रैटेजिक विजन। भारत की डिग्री फ्रांस में मान्य होगी। शिक्षा योग्यता को दोनो देश मानेंगे। यानी भारत की डिग्री फ्रांस में मान्य होगी। जमीन से आसमान तक मिलकर काम करेंगे।”

फ्रांस के राष्ट्रपति शुक्रवार (नौ मार्च) को दिल्ली पहुंचे थे। पीएम मोदी इसके बाद प्रोटोकॉल तोड़ते हुए उनका स्वागत करने एयरपोर्ट गए थे। विमान से जैसे ही फ्रांसीसी राष्ट्रपति निकले, मोदी ने गर्मजोशी के साथ गले लगा लिया था। इमैनुअल के साथ उनकी पत्नी ब्रिगिट मैक्रों भी भारत आई हैं। अपने भारत दौरे में इमैनुअल 12 मार्च को पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी जाएंगे। फ्रांस के राष्ट्रपति उस समय भारत पहुंचे हैं, जब फ्रांस संग राफेल विमानों की डील को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार को घेरने में लगा हुआ है। मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी पर इन विमानों की महंगी डाल करने का आरोप लगा रही है।

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