छेड़खानी केस में BJP अध्यक्ष के बेटे की जमानत याचिका खारिज, पीड़ित IAS पिता का तबादला
हरियाणा सरकार ने एडिशनल चीफ सेक्रेट्री (पर्यटन) वीरेंद्र कुंडू का तबादला बतौर एडिशनल चीफ सेक्रेट्री (विज्ञान एवं तकनीक) कर दिया गया है। यह विभाग अपेक्षाकृत कम महत्वपूर्ण विभाग है। हरियाणा सरकार के इस कदम के बाद यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि अपनी बेटी वर्णिका कुंडू को न्याय दिलाने के लिए हरियाणा भाजपा प्रमुख सुभाष बराला के खिलाफ कुंडू का खड़ा होना तबादले की वजह हो सकती है। सुभाष बराला के 23 वर्षीय बेटे विकास बराला और उसके दोस्त आशीष कुमार को वर्णिका का पीछा करके किडनेप करने की कोशिश करने पर गिरफ्तार कर लिया था। कुंडू चंडीगढ़ में बतौर डीजे काम करती थीं, जब वह अपने घर लौट रही थीं, तभी उनसे साथ यह हादसा हुआ।
कुंडू के तबादले पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘अपनी बेटी वर्णिका कुंडू के न्याय के लिए भाजपा के खिलाफ उतरने की अधिकारी को सजा दी गई हैं।’ लेकिन जब इंडियन एक्सप्रेस ने कुंडू से संपर्क किया तो उन्होंने कहा, ‘यह सरकार पर निर्भर करता है कि मेरी क्षमताओं को देखते है मुझे कहां नियुक्त करती है। मुझे इसमें कोई दिक्कत नहीं है। मैंने कभी भी मेरे ट्रांसफर ऑर्डर रुकवाने की कोशिश नहीं की।’ बता दें, जिस दिन तबादले के ऑर्डर निकाले गए हैं, उसी दिन चंडीगढ़ की एक अदालत ने हरियाणा भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास की जमानत याचिका खारिज कर दी। भाजपा नेता के बेटे पर 29 वर्षीय युवती का पीछा करने और उसे अगवा करने की कोशिश करने का मामला दर्ज है। बचाव पक्ष के वकील सूर्य प्रकाश ने बताया कि अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश रजनीश कुमार शर्मा की अदालत ने करीब एक घंटे तक मामलों से जुड़ी दलीलों को सुनने के बाद याचिका खारिज कर दी।
कुंडू के अलावा हरियाणा सरकार ने मंगलवार रात 14 आईएएस और राज्य लोक सेवा के दो अधिकारियों का तबादला किया, जिनमें अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राम निवास भी शामिल हैं। श्याम सुंदर प्रसाद को निवास के स्थान पर अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) नियुक्त किया गया। वहीं, निवास को खाद्य, नारिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव नियुक्त किया गया। बलात्कार मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को दोषी ठहराये जाने के बाद भड़की हिंसा एवं आगजनी की घटनाओं से निपटने में नाकामी को लेकर हुई भारी आलोचना के बाद हरियाणा सरकार का यह कदम सामने आया है। इनके अलावा इनमें विजय वरदान को एडिशनल चीफ सेक्रेट्री (पर्यटन विभाग) बनाया गया है। ज्योति अरोड़ा को प्रिंसिपल सेक्रेट्री (हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट) और अशोक कुमार मीणा को विकास एंव पंचायत विभाग का डायरेक्टर बनाया गया है। इसके साथ ही गरीमा मित्तल का महेंद्रगढ़ का डिप्टी कमिश्नर पद पर ट्रांसफर किया गया है।
बता दें, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की बेटी ने पिछले महीने विकास (23) और उसके दोस्त आशीष कुमार (27) पर उसका पीछा करने का आरोप लगाया था। युवती की शिकायत पर दोनों आरोपियों को चार और पांच अगस्त की दरम्यानी रात को गिरफ्तार किया गया था लेकिन बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी क्योंकि उन पर लगाए गए आरोप जमानती थे। इसके बाद नौ अगस्त को दोनों को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया और अपहरण की कोशिश के लिए उन पर भादंसं की धारा 365 और 511 के तहत भी मामले दर्ज किये गये। पिछले महीने की 29 तारीख को सिविल जज बरजिंदर पाल सिंह की अदालत ने दोनों आरोपियों की याचिकाएं खारिज कर दी थीं। इस कथित घटना को लेकर देश भर में व्यापक तौर पर आक्रोश देखने को मिला था।