मोदी राज में भाजपा के साथ संघ का भी हुआ रिकॉर्ड विस्तार, 95% हिस्से में पहुंचा आरएसएस

नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का देशभर में 30 फीसदी से ज्यादा विस्तार हुआ है। संघ की वार्षिक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसार भौगोलिक रूप से संघ देश के 95 फीसदी भाग में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है। इन जगहों पर संघ के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। संघ के सयुक्त महासचिव कृष्ण गोपाल ने नागपुर में आखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में पत्रकारों को यह जानकारी दी। हाल में जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार- नागालैंड, मिजोरम और कश्मीर घाटी के कुछ हिस्सों के अलावा आरएसएस की अब पूरे देश में उपस्थिति है। देशभर में संघ की अब 37,109 स्थानों पर 58,976 शाखाएं चल रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार साल 2014 में मोदी सरकार आने के दो महीना पहले 29,624 स्थानों पर संघ की 44,982 शाखाएं थीं। मार्च 2015 में 33,223 स्थानों पर 51,332 शाखाएं हो गईं। साल 2016 में 36,867 स्थानों पर संघ की 56,859 शाखाएं हो गईं। पिछले साल मार्च में 36,729 स्थानों पर संघ की 57,165 शाखाएं थीं। वहीं एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार यूपीए शासन में चार हजार शाखाएं साल 2009 में कम हो गईं थीं, हालांकि इस तरह के मामले पूर्व में भी दर्ज किए जा चुके हैं। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार भारत और विदेश में करीब 1.25 लाख लोगों ने संघ में शामिल होने में रुचि दिखाई है। एक अधिकारी के अनुसार ऐसा आंकड़ा पूर्व में नहीं देखा जब इतनी भारी तादाद में लोगों ने संघ में शामिल की बात कही है।

मोदी सरकार आने के बाद भाजपा का भी देशभर में तेजी से विस्तार हुआ है। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री रहते देश में अब 21 राज्यों में भाजपा और इसके सहयोगी दलों की सरकार हैं। आबादी के हिसाब से देखें तो सीधे सत्तर फीसदी आबादी पर भाजपा का कब्जा है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार जब मोदी सरकार केंद्र की सत्ता में थी तब भाजपा की हालत बहुत नाजुक थी। 2014 में भाजपा की सिर्फ सात राज्यों में सरकारें थीं। पार्टी के 67 फीसदी सांसद भी इन्हीं राज्यों से संबंध रखते थे। हालांकि पूर्व में जहां कांग्रेस का राज था अब भाजपा ने वहां अपने दम पर या गठबंधन कर सरकार बना ली है। कांग्रेस की अब पंजाब, मिजोरम, कर्नाटक, पुडुचेरी में सरकारें हैं। रिपोर्ट के अनुसार साल 2011 मे मतगणना के अनुसार एनडीए शासित राज्यों में करीब 85 करोड़ लोग रहते हैं जो आबादी का 70 फीसदी हिस्सा है।

बता दें कि आरएसएस ने भैय्याजी जोशी को एक बार फिर अगले तीन सालों के लिए सरकार्यवाह चुना है। नागपुर में चल रही आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में शनिवार (10 मार्च, 2018) को यह फैसला लिया गया। जोशी पिछले 9 सालों से आरएसएस के सरकार्यवाह का पद संभाल रहे हैं। साल 2009 में उन्हें पहली बार सरकार्यवाह चुना गया था, जिसके बाद 2 बार उनका कार्यकाल बढ़ाया गया। इस तरह से भैय्याजी जोशी का सरकार्यवाह के रुप में यह लगातार चौथा कार्यकाल होगा और अब साल 2021 तक वही आरएसएस के सरकार्यवाह बने रहेंगे।

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