अस्पताल में जब एक गार्ड ने आईजी को रोककर पास दिखाने को कहा तो पूरा थाना गिरफ्तार करने पहुँचा
अस्पताल में मां को दिखाने पहुंचे आईजी को एक गार्ड का रोकना नागवार गुजरा। उनके फरमान पर पूरे थाने की पुलिस आरोपी गार्ड की गिरफ्तारी के लिए पहुंच गई। दो घंटे हिरासत में रखने के बाद गार्ड को पुलिस ने छोड़ा। जयपुर में इस घटना की खासी चर्चा हो रही है। हुआ दरअसल यूं कि आईजी बीएल मीणा अपनी मां का इलाज कराने के लिए एसएमएस अस्पताल पहुंचे थे। यहां वे चिकित्सक से मिलने जैसे ही चेंबर मे जा रहे थे कि बाहर मौजूद गार्ड ने रोक दिया और पूछा-आप कैसे घुस रहे हैं, क्या कोई पास है क्या आपके पास। गार्ड की इस तरह रोकने पर आइजी ने उसे फटकार लगाई, बावजूद इसके वह नहीं माना। जिस पर गुस्साए आईजी ने मोतीडूंगरी थाने की पुलिस को फोन कर दिया। आईजी के साथ दुर्व्यवहार का मामला होने पर पुलिस तत्काल हरकत में आ गई और कुछ ही मिनट के बीच अस्पताल पहुंच गई। पुलिस ने गार्ड को हिरासत में ले लिया।
पूछताछ के दौरान गार्ड ने बताया कि वह आईजी को पहचानता नहीं था। इस नाते उन्हें रोक लिया। यह घटना दिन में करीब 11 बजे की बताई जा रही है। पुलिस मुख्यालय में तैनात आईजी बीएल मीणा अपनी मां को दंत चिकित्सक डॉ. महेंद्र के पास दिखाने के लिए लाए थे। जैसे ही वो चिकित्सक के चेंबर में मां को दिखाने के लिए घुसने लगे कि गार्ड मधु शर्मा ने रोक लिया। आरोप है कि उसने आईजी के साथ दुर्व्यहार किया। इस पर आईजी भड़क उठे और तुरंत थाने को फोन कर दिया।
आईजी के साथ गार्ड के दुर्व्यवहार की खबर मिलते ही थाने में हड़कंप मच गया। तुरंत आधे दर्जन सिपाहियों के साथ थाना प्रभारी प्रदीप यादव पहुंच गए। उन्होंने अस्पताल परिसर से गार्ड मधु शर्मा को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान गार्ड ने कहा कि चिकित्सक के कमरे में भीड़ थी, इस नाते उसने आईजी को रोक लिया। हालांकि उसे यह जानकारी नहीं थी कि जिन्हें रोक रहा है वो पुलिस अफसर हैं। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक थाने में दो घंटे बैठाए रखने के बाद पुलिस ने गार्ड को छोड़ दिया।