इस खिलाड़ी ने भारत को जिताया था अंडर-19 वर्ल्‍ड कप, अब बताया IPL में क्‍यों नहीं बिके

जिस खिलाड़ी ने भारत को अपनी कप्तानी में अंडर-19 वर्ल्ड कप जिताया, उसके साथ दिल्ली की टीम ने रुखा व्यवहार किया। खुद इस 24 वर्षीय खिलाड़ी ने टीम में राजनीति का शिकार होने और खुद को बलि का बकरा बनाए जाने की बात कही है। खिलाड़ी ने आईपील में न बिकने के बारे में भी राजफाश किया है।2012 में अपनी कप्तानी में भारत को अंडर-19 वर्ल्ड कप जिताने वाले उन्मुक्त चंद इन दिनों देवधर ट्राफी खेलने के लिए धर्मशाला में हैं। यहां टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में उन्होंने आईपीएल में अपनी नीलामी न होने के पीछे कारणों की तरफ इशारा किया। उन्मुक्त चंद ने कहा उन्हें दिल्ली की टीम से 2016-17 में अचानक निकाल दिया गया।

जिससे गहरा धक्का लगा। यह घटना ऐसे समय हुई, जब कि आईपीएल में चार दिन बाद खिलाड़ियों की नीलामी होने वाली थी। उन्मुक्त ने कहा कि दिल्ली की टीम से हटना करियर की सबसे निराशाजनक बात थी। वह टीम में राजनीति का शिकार हुए। उन्हें बलि का बकरा बनाया गया। उन्मुक्त के मुताबिक वे दो साल पहले मुंबई में टी-20 जोनल मैच खेल रहे थे, इस बीच उन्हें दिल्ली की टीम से बाहर होने की खबर मिली।

ठीक उससे दो महीने पहले उन्मुक्त भारत ए टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। उस दौरान वे हाई स्कोरर रहे। वहीं दिल्ली के लिए भी पिछले सीजन में सबसे उच्च स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी रहे। फिर भी उनके साथ दिल्ली की टीम ने बुरा व्यवहार किया। दिल्ली टीम का फैसला चौंकाने वाला था। उन्मुक्त ने कहा कि टीम से निकाले जाने की घटना आईपीएल की नीलामी से ठीक पहले हुई, इस नाते किसी टीम ने नहीं खरीदा। उन्मुक्त ने कहा कि- 2016 में मुंबई इंडियन ने मुझे रिटेन किया मगर चूंकि 2015 में मुझे कोई मैच खेलने का मौका नहीं मिला था, इस नाते मैने टीम से अलग होने का फैसला किया।यह एक कठिन निर्णय खतरे से भरा था। फिर भी मैने इसे चुना। मेरे लिए खेलना पैसे से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण रहा।

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