जम्मू-कश्मीर: महबूबा ने वित्त मंत्री हसीब द्राबू को बर्खास्त किया
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने वित्त मंत्री हसीब द्राबू की कश्मीर पर एक टिप्पणी को लेकर सोमवार को उन्हें मंत्रिपरिषद से बर्खास्त कर दिया। सूत्रों ने यह जानकारी दी। द्राबू ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की थी कि कश्मीर एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है। द्राबू राज्य में पीडीपी-भाजपा गठजोड़ के वास्तुकारों में शामिल रहे थे। पीडीपी सूत्रों ने बताया कि नई दिल्ली से जम्मू लौटी मुख्यमंत्री ने राज्यपाल एनएन वोहरा को पत्र लिख कर द्राबू को मंत्रिपरिषद से तत्काल प्रभाव से हटाने की सिफारिश की। मुख्यमंत्री के इस अनुरोध को राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है।
एक अखबार में द्राबू की टिप्पणी छपने के बाद रविवार से ही द्राबू पर दबाव बढ़ रहा था। उन्होंने शुक्रवार को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा था- जहां तक मुझे लगता है, जम्मू-कश्मीर राजनीतिक मुद्दा नहीं है। मुफ्ती मोहम्मद सईद के कार्यकाल के दौरान और जब महबूबा मुख्यमंत्री बनीं, तब भी द्राबू ने भाजपा के साथ गठजोड़ करने में अहम भूमिका निभाई। पीडीपी ने रविवार को द्राबू से अपना बयान वापस लेने को कहा था क्योंकि यह पार्टी के रुख के विपरीत है।
उधर, जम्मू-कश्मीर में अलग नौशेरा जिले के लिए राजौरी में एक आंदोलन के दौरान पीडीपी व भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुए संघर्ष में पांच लोग घायल हो गए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नौशेरा क्षेत्र (राजौरी जिला) में कुछ लोगों के हमले में पांच लोगों के घायल होने की खबर है। उन्होंने बताया कि इस घटना में सरपंचों बहादुर सिंह, नरिंद्र कुमार सिंह, छोटूराम चौधरी, सुखदेव सिंह और ओमप्रकाश घायल हो गए। घायलों को राजौरी में इलाज के बाद जम्मू के जीएमसी अस्पताल भेजा गया है। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। भाजपा विधायक रवींद्र रैना ने एक बयान में आरोप लगाया कि पीडीपी कार्यकर्ताओं ने नौशेरा में उनकी पार्टी के नेताओं पर हमला किया जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्होंने कहा कि यह घटना एक शांतिपूर्ण जुलूस के दौरान हुई। पीडीपी नेता ओमप्रकाश चौधरी ने भवानी मंडल अध्यक्ष बहादुर सिंह और भाजपा जिला प्रमुख नरिंद्र कुमार पर हमला किया।