महिला ने 300 टन कूड़े के ढेर में फेंक दिए साढ़े 65 लाख के जेवर, ढूंढ़ने में जुटे अफसर

एक महिला ने घर की सफाई के दौरान 65 लाख के ज्वैलरी कचरे के ढेर में फेंक दिये। जब इस बात की जानकारी महिला को हुई तो उसके होश ही उड़ गये। आनन-फानन में महिला ने पुलिस को फोन किया। लेकिन तब तक सफाईकर्मी उस कचरे को कूड़े के ढेर में फेंक चुके थे। अब जहां पर महिला की तीन अगूंठियां और ब्रेसलेट पड़े थे वहां पर 10 टन मलबा और गंदगी बिखरा पड़ा था। सैनिटेशन अफसरों के सामने इस बात की चुनौती थी कि वह एक छोटे से काले बैंग में बंद 65 साल की इस जेवर को कचरे के इस ढेर से खोज निकालें। यह घटना अमेरिका के जॉर्जिया की है। अमेरिका जैसे साधनसंपन्न देश के सफाई कर्मियों ने इस चुनौती को स्वीकार किया। पांच एक्सपर्ट लोगों की टीम बनाई गई। इन लोगों के पास एक मात्र सुराग यह था कि गहने काले बैग में है।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक ऐसे जगह पर जहां रोजाना 300 टन कचरा आता है। एक छोटे से काले बैग को ढूंढ़ पाना आसान नहीं था। हालांकि लैंडफिल स्टाफ ने किसी तरह 10 टन कचरे को अलग किया और फिर शुरू हुई 65 लाख के गहनों की महाखोज।आखिरकार तीन घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद जब लैंडफिल स्टाफ की नजर एक काले बैग पर पड़ी तो उनकी उम्मीदें बंध गई। महिला ने बैग की पहचान की। लेकिन लोगों को डर था कि कहीं कचरे के ढेर में गहना खो जाए। सांस रोक कर महिला ने बैग खोला तो उसे चमत्कार नजर आया।महिला के जेवर बैग में सही सलमात थे।

अपने जेवर को वापस पाने के बाद महिला की खुशी का ठिकाना ना रहा। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक लैंडफिल के सॉलिड वेस्ट डायरेक्टर जॉनी विकर ने कहा कि गहनों को लॉग बुक मैनटेंनेंस की वजह से ही खोज पाना संभव हुआ। अगर लैंडफिल में ट्रकों से लाये जा रहे कचरे का हिसाब नहीं रखा जाता तो इस छोटे से बैग को खोज पाना संभव नहीं था। महिला ने पूरी टीम को धन्यवाद दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *