अखिलेश यादव ने कहा, भूलनी पड़ती हैं पुरानी बातें
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में मिली जीत के बाद गुरुवार को कहा कि कभी-कभी कुछ पुरानी बातें भूलनी पड़ती हैं। हालांकि लोग पुरानी बातें याद दिला रहे हैं, फिर भी हम सबका सम्मान करते हैं। वही व्यक्ति सफल होता है जो पुरानी बातें भूल जाता है। सपा अध्यक्ष बुधवार की रात अचानक बसपा अध्यक्ष के घर धन्यवाद देने पहुंचे थे। इसी बारे में उन्होंने कहा कि समाजवादी लोग सबका सम्मान करते हैं और हम समाजवादियों का कभी व्यवहार खराब नहीं रहा। यही कारण है कि आज हम लोगों के संबंध सबसे अच्छे हैं। बसपा अध्यक्ष मायावती का आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि उनसे मेरे संबंध बेहतर हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हरेक पिता, पुत्र में अपने आप को देखता है। जो सपने वे पूरा नहीं कर पाते, सोचते हैं कि वो उसका पुत्र पूरा करे। अमर सिंह की बाबत उन्होंने कहा कि वे हमारे अंकल हैं। वो हमें जानते हैं, हम उन्हें जानते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों उप चुनावों-गोरखपुर और फूलपुर में मिली जीत का खासा महत्व है। यह जीत काफी बड़ी है और इसके उतने ही बड़े सियासी मायने हैं। ईवीएम के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि ईवीएम खराब नहीं होती तो हमें और अधिक मत मिले होते और समाजवादियों की जीत बड़ी होती। सबसे आसान रास्ता बैलेट का है, जिसे दुनिया के तमाम लोकतंत्र अपना रहे हैं। 2019 चुनाव के पहले हम भी चुनाव आयोग को इस बारे में लिखकर देंगे। लोकसभा चुनावों पर उन्होंने कहा, हम दिल्ली जाने पर कम भरोसा करते हैं।
साइकिल चलाते हैं और अक्सर गांव जाते हैं। कांग्रेस द्वारा उपचुनाव में उम्मीदवार उतारे जाने की बाबत उन्होंने कहा कि कांग्रेस से हमारे संबंध अच्छे हैं और बने रहेंगे। राहुल भी नौजवान हैं और हम भी हैं। हम लोगों को मिलकर देश की तमाम समस्याओं का रास्ता निकालना है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने उन्हें बधाई संदेश भेजा था, मैंने भी उन्हें धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि प्रवीण कुमार निषाद जो पेशे से इंजीनियर हैं, गोरखपुर में पहिया घुमा दिया है। ये उन मांओं की आवाज अब सदन में उठाएंगे जिन्होंने बीमारी में अपने बच्चे खो दिए। वहीं फूलपुर की जनता का आभर जताते हुए उन्होंने कहा कि वहां के लोगों ने करारा जवाब दे दिया है। अब लोगों की जुबान बदल जाएगी।
प्रदेश व समाजवादी पार्टी के युवाओं का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि यदि अपनी पीढ़ी बदलनी है तो डट कर काम करना होगा। सपा सरकार में महिलाओं को दी जाने वाली पेंशन के सवाल पर उन्होंने कहा कि महिलाओं को भी काम करना होगा क्योंकि इस सरकार ने उनकी पेंशन छीन ली। उन्होंने वादा किया कि उनकी सरकार बनते ही महिलाओं की पेंशन दो हजार रुपए प्रति माह कर दी जाएगी। योगी आदित्यनाथ की हार पर उन्होंने कहा कि वे इसलिए हारे क्योंकि वो उन अधिकारियों की कान में बहुत कुछ कहने लगे थे जिन अधिकारियों ने हमारे साथ सालों तक काम किया था।