लालू ने सीएम नीतीश से कहा- रीढ़ की हड्डी सीधी रख कुछ आन्ध्र प्रदेश से सीखिए

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने शुक्रवार को बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कठघरे में खड़ा करते हुए निशाना साधा है। लालू ने कहा कि नीतीश कुमार को रीढ़ की हड्डी सीधा करके आंध्र प्रदेश से सीखना चाहिए। चारा घोटाले के मामले में सजा काट रहे लालू ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए कहा, “बिहार के विशेष राज्य के मुद्दे पर जुबान पर ताला क्यों लटक गया? रीढ़ की हड्डी सीधी रख कुछ आन्ध्र प्रदेश से सीखिए।” लालू ने ट्वीट में आगे सवालिया लहजे में लिखा, “नीतीश की अंतरात्मा किस कैदखाने की काल-कोठरी में काली हो रही है। कुर्सी, विशेष बंगले और विशेष सुरक्षा के लिए बिहारियों के हकों को क्यों बेच दिया? दोहरा मापदंड क्यों?”

उल्लेखनीय है कि महागठबंधन से अलग होने और भाजपा के साथ मिलकर बिहार में सरकार चलाने के बाद राजद बिहार को विशेष राज्य के मुद्दे पर नीतीश कुमार पर सवाल उठाते रही है। उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश को विशेष का दर्जा देने की मांग को लेकर तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग हो गई है। चारा घोटाला में सजा होने के कारण लालू प्रसाद इन दिनों रांची की एक जेल में हैं। उन्होंने जेल जाने के पूर्व कहा था कि वे अपने समर्थकों के साथ सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में रहेंगे। उनका ट्विटर हैंडल उनका कार्यालय और परिवार के लोग करेंगे।

 

बता दें कि दलित नेता और बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम को एक महान क्रांतिकारी बताते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने गुरुवार को उनकी जयंती के अवसर उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की मांग की थी। कांशीराम के करीबी रहे लालू प्रसाद ने ट्विटर पर कहा, “मान्यवर कांशीराम जी को अविलम्ब भारत रत्न दिया जाए।” लालू ने कांशीराम को एक महान क्रांतिकारी करार दिया और कहा कि ‘बहुजन’ (बसपा और समाजवादी पार्टी) के अप्रत्याशित गठबंधन ने उत्तर प्रदेश की दो लोकसभा सीटों पर ‘मनुवादी’ और ‘विभाजनकारी ताकतों’ को हराने में मदद की, जो दलित नेता को उनकी जयंती पर वास्तविक श्रद्धांजलि है।

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