Video: ‘वंदे मातरम’, झंडारोहण और ‘जन-गण-मन’ से कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन की शुरुआत
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन की शुरुआत हो गई है। महाधिवेशन के लिए कांग्रेस ने ‘अब बदलाव का वक्त’ (Change is now) का नारा दिया है। कांग्रेस के इस कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्र गीत वंदे मातरम से हुई, इसके बाद ध्वजारोहण हुआ फिर झंडा गीत गाया गया। इसके बाद कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने राष्ट्र गान गाया। कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह मौजूद हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सबसे पहले अधिवेशन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज देश में लोगों को आपस में लड़ाया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने मात्र चार मिनट का भाषण दिया। उन्होंने कहा कि देश में गुस्सा फैलाया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश के युवा जब मोदी जी की ओर देखते हैं तो उन्हें कोई रास्ता नहीं दिखाई देता है। राहुल गांधी ने कहा कि देश एक प्रकार से थका हुआ है और रास्ता ढूंढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि वे दिल से कहते हैं कि सिर्फ कांग्रेस ही देश को रास्ता दिखा सकती है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश में बांटने की राजनीति हो रही है। लेकिन इस देश को सिर्फ कांग्रेस ही जोड़ सकती है। राहुल गांधी ने कहा कि इस महाधिवेशन का मकसद देश और कांग्रेस को रास्ता दिखाना है। राहुल गांधी ने कहा यह अधिवेशन भविष्य और बदलाव की बात कर रहा है। राहुल ने कहा कि कांग्रेस में परंपरा है कि हम बदलाव की बात तो करते हैं लेकिन गुजरे हुए कल को नहीं भूलते हैं। राहुल ने अपने भाषण में कांग्रेस की युवा और बुजुर्ग पीढ़ी को जोड़ने की बात कही।
बता दें कि कांग्रेस का अधिवेशन शुरू होने के पहले राहुल गांधी ने अपना ट्विटर अकाउंट बदल लिया है। पहले उनका ट्विटर अकाउंट Office of RG था जिसे बदलकर अब Rahul Gandhi रख दिया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्विट कर महाधिवेशन में आए नेताओं का स्वागत किया है। कांग्रेस अधिवेशन शुरू होने से पहले नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ बुकलेट जारी किये हैं। इन बुकलेट को युवा, नौकरी, महिला अल्पसंख्यक, अर्थव्यवस्था, राष्ट्रीय सुरक्षा और नरेंद्र मोदी सरकार की लूट के मुद्दे पर तैयार कर कार्यकर्ताओं के बीच बाटा गया है। बता दें कि इससे पहले 2010 में कांग्रेस का महाधिवेशन हुआ था। 8 साल बाद कांग्रेस ने अपने नेताओं, कार्यकर्ताओं के मन की बात को टटोलने के लिए महाधिवेशन आयोजित किया है।