अब UIDAI ने दी नागरिकों को आधार की जानकारी इंटरनेट पर देते समय सावधानी की हिदायत
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने नागरिकों को आधार की जानकारी इंटरनेट पर बताते समय सावधानी बरतने की हिदायत दी है। UIDAI ने शनिवार को कहा है कि इंटरनेट पर किसी सेवा का लाभ लेने के लिए आधार नंबर जैसी जानकारी डालते वक्त सावधानी बरती जानी चाहिए। प्राधिकरण की तरफ से जारी बयान में कहा गया, ‘लोग इंटरनेट पर किसी सेवा का लाभ लेने के लिए अपनी निजी जानकारी जिसमें आधार नंबर भी शामिल है, वह डालते हैं। उस दौरान, जब वह यह जानकारी भर रहे होते हैं लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।’
गूगल में कथित तौर पर ‘मेरा आधार मेरी पहचान’ पर आधार की जानकारी उपलब्ध कराए जाने के मामले में एजेंसी ने कहा कि इसका आधार और उसके डेटाबेस की सुरक्षा से कोई लेनादेना नहीं है। प्राधिकरण की तरफ से कहा गया, ‘कुछ बदमाश लोगों द्वारा आधार कार्ड की जानकारी प्रकाशित की जा रही है, इसका UIDAI से कोई संबंध नहीं है। हमारी तरफ से कभी भी किसी व्यक्ति की आधार की जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाती है।’
UIDAI ने कहा कि अन्य सभी पहचान पत्रों की तरह ही आधार भी एक गोपनीय दस्तावेज नहीं है। अगर कोई व्यक्ति किसी का आधार नंबर जान भी लेता है तो उससे वह उस व्यक्ति की पहचान नहीं हासिल कर सकता, क्योंकि बायोमेट्रिक मिलान करना भी जरूरी है। शनिवार को जारी बयान में आगे कहा गया कि जैसे PAN नंबर, मोबाइल नंबर और बैंक की जानकारी शेयर करते वक्त सावधानी बरती जाती है उसी तरह ही आधार की जानकारी भी इंटरनेट पर डालते वक्त सतर्क रहना चाहिए।
UIDAI ने गूगल पर आधार का पीडीएफ उपलब्ध होने की खबरों पर कहा, ‘ ये सारी खबरें सच्चाई से काफी दूर हैं और इनका आधार और उसके डेटाबेस की सुरक्षा से कोई लेना देना नहीं है। UIDAI के डेटाबेस से किसी भी आधार कार्ड की जानकारी नहीं ली गई है। अगर कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति का आधार नंबर, बैंक डिटेल, मोबाइल नंबर या तस्वीरें सार्वजनिक करता है तो उसके ऊपर दीवानी मुकदमा दायर किया जा सकता है। वह व्यक्ति जिसकी जानकारियां सार्वजनिक की गई हैं, वह निजता के अधिकार का उल्लंघन के तहत यह मुकदमा दायर कर सकता है।’