दिल्ली में मधुमक्खियों को मारने के लिए आग जलाते-जलाते खुद ही आग में जिंदा जल गया
देश की राजधानी दिल्ली में एक शख्स मधुमक्खियों से काफी परेशान था। उसने इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए सोचा। आग का सहारा लिया और मधुमक्खियों को जलाने कर मारने के बारे में सोचा। लेकिन यही योजना उसी की मौत का कारण बन गई। 62 वर्षीय मृतक अपने घर के बाहर गुरुवार को आग जला कर मधुमक्खियों का छत्ता तोड़ रहा था, तभी वह प्लास्टिक के कचरे से भरे नाले में जा गिरा और आग की लपटों का शिकार हो गया। यह मामला बाहरी दिल्ली के बवाना इलाके का बताया जा रहा है। दरवाजा मुंगेशपुर गांव में गुरुवार शाम महावीर सिंह की जलकर मरने से मौत हो गई। पुलिस ने इस संबंध में लापरवाही बरतने के कारण हुई मौत का मामला दर्ज किया है। पुलिस की जांच-पड़ताल के अनुसार, यह घटना शाम साढ़े छह बजे की है। मृतक के परिजन ने इस बाबत पुलिस से बताया कि उनके घर के बाहर की दीवार पर मधुमक्खियों ने बड़ा सा छत्ता बना लिया था। सिंह ने उसी को धुएं की मदद से हटाने के लिए उन्होंने एक डंडे के छोर पर घास-फूस बांध कर आग लगाए लगाई थी, ताकि मधुमक्खियों को वहां से हटाया जा सके।
छत्ता थोड़ा दूर था, लिहाजा उन्होंने सीढ़ी भी लगा रखी थी। पास में ही नाला था, जिसमें ढेर सारा प्लास्टिक का कचरा जमा था। चश्मदीदों के मुताबिक, उसी दौरान अचानक सीढ़ी का संतुलन गड़बड़ा गया और सिंह आग जलते हुए डंडे के साथ नाले में गिर गए थे।
फौरन प्लास्टिक और सिंह के कपड़ों ने आग पकड़ ली। आसपास से गुजरने वालों ने सिंह को इस बाबत बचाने की कोशिश की, लेकिन कोई खासा फायदा नहीं हुआ। हालांकि, उन्हें फौरन नजदीक के अस्पताल ले जाया गया। मगर वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।