लिखित में नवजोत सिंह सिद्धू ने खुद को बताया 46 करोड़ का मालिक, भाषण में गरीब
पंजाब के मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार (18 मार्च) को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में पार्टी के 84वें अधिवेशन को संबोधित करते हुए खुद को गरीब करार दिया जबकि पिछले साल पंजाब विधान सभा चुनावों के दौरान अपने चुनावी हलफनामे में उन्होंने खुद को करोड़पति बताया था। रविवार को अपने भाषण में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सिद्धू ने कहा कि मोदी सरकार की वजह से विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे लोग देश के गरीबों का खून चूसकर भाग खड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि चोर-चोर मौसेरे भाई हैं। सिद्धू ने कहा, “इन लोगों ने देश को नीलाम कर के रख दिया है, गरीबों का, हम जैसे लोगों का खीन-पसीना, उसकी कमाई खा ली इन लोगों ने।” उन्होंने कहा कि जब तक तन में गर्म लहू है, तबतक भारत माता का आंचल नीलाम होने नहीं देंगे।
बता दें कि करोड़पति नवजोत सिंह सिद्धू 44 लाख रुपये की घड़ी पहनते हैं। इसके अलावा उनके पास करीब 30 करोड़ की रेसिडेंशियल प्लॉट्स हैं, दो लैंड क्रूजर कार है एक मिनी कूपर समेत करीब 46 करोड़ की संपत्ति है। क्रिकेटर से राजनेता बने और बीजेपी से कांग्रेस में आए 54 साल के नवजोत सिंह सिद्धू ने 2015-16 में अपनी सालाना आय 9.66 करोड़ रुपये घोषित की थी। पंजाब चुनावों में अमृतसर पूर्वी सीट से नामांकन दाखिल करते समय सिद्धू ने रिटर्निंग ऑफिसर को सौंपे हलफनामे में पत्नी समेत करीब 6.94 करोड़ और 38.97 करोड़ रूपये की अपनी चल और अचल संपत्ति बताई थी। हसफनामे के मुताबिक उनके पास एक फॉर्च्यूनर एसयूवी और करीब 15 लाख की ज्वेलरी भी थी।
बता दें कि अपनी शायरी और शायराने अंदाज के लिए मशहूर सिद्धू ने कांग्रेस अधिवेशन में जोरदार भाषण दिया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से माफी मांगते हुए उन्हें सरदार और असरदार कहा। उन्होंने यह भी कहा कि अगले स्वाधीनता दिवस पर राहुल गांधी ही लाल किले से तिरंगा फहराएंगे। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए 2019 की लड़ाई के लिए जुट जाने का आह्वान किया। कांग्रेस में आने से पहले नवजोत सिंह सिद्धू बीजेपी के सांसद थे। तब वो अक्सर मनमोहन सिंह पर वार किया करते थे और उन्हें मौनमोहन कहा करते थे। नवजोत सिंह सिद्धू मनमोहन सिंह के सरदार होने पर भी सवाल उठाया करते थे। सिद्धू मनमोहन सिंह को देश का सबसे कमजोर प्रधानमंत्री भी कहा करते थे लेकिन जब मौका मिला तो उन्होंने सभी के सामने माफी मांग ली।