रोहिंग्या मुस्लिम ने बनवा लिया था आधार कार्ड, पासपोर्ट बनवाते हुआ गिरफ्तार
हैदराबाद के रचाकोंडा में पुलिस ने पहाड़ी शरीफ से एक रोहिंग्या मुस्लिम युवक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वो फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय पासपोर्ट बनाने की कोशिश कर रहा था। आरोपी शख्स की पहचान मोहम्मद इस्माइल उर्फ इशा (20) के रूप में की गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इशा ने आधार और इलेक्ट्रोरल फोटो पहचान (ईपीआईसी) के लिए एक शख्स को 18,000 हजार रुपए दिए थे, जो उसके लिए भारतीय पासपोर्ट का इंतजाम करने वाला था। पुलिस ने बताया, ‘इशा साल 2014 में बांग्लादेश के रास्ते म्यांमार के नयापहाड़ा से भारत आया था। म्यांमार में इन दिनों रोहिंग्या मुस्लिम को जबरन निकाला जा रहा है। वहां की सरकार ने रोहिंग्या समुदाय को अपना नागरिक मानने से इंकार कर दिया है।’
सूत्रों के अनुसार इशा एक एजेंट के जरिए बाय रोड भारत में दाखिल हुआ था। भारत में आने के बाद वो पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचा और बर्मा रिफ्यूजी कैंप में ठहरा। वहां काम किया और सुरक्षा के लिए UNHCR कार्ड भी बनवा लिया, जिसका नंबर- 305-15C02062 है। दिल्ली के आने के कुछ दिन बाद इशा ने एक अन्य एजेंट की मदद से कर्नाटक के बेलगाम जाने का इंतजाम किया और कसाई के रूप में काम करने लगा। यहां उसने अपने मालिक की मदद से आधार कार्ड और ईपीआईसी हासिल किया।
ये दस्तावेज उसने साल 2016 में हासिल किए। बाद में कसाई खाने के मालिक इशा को हैदराबाद ले गया जहां उसकी मुलाकात पहाड़ी शरीफ के अब्दुल रशीद कराई। अब्दुल रशीद ने एक किराएदार के रूप में इशा को अपने घर में रहने की अनुमति दे दी। जो कि पिछले 15 महीनों से वहीं रह रहा था। वहीं डीसीपी एम वैंकटेश्वर राव ने बताया कि इशा हैदराबाद में टाइल्स बनाने का काम करता था। इस दौरान उसने दुबई जाने की सोची। जिसपर उसने अपने मालिक रशीद से कहा कि वो भारतीय पासपोर्ट बनवाना चाहता है। जिसके लिए उसने 18,000 रुपए दिए।