ISC, ICSE Examinations 2018: परीक्षाओं में छात्रों को मिली यह राहत!

काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने 10वीं (ICSE) और 12वीं (ISC) के पासिंग मापदंड में बदलाव किए हैं। काउंसिल ने 10वीं कक्षा के लिए पासिंग मार्क्स 35 फीसदी से घटाकर 33 फीसदी कर दिए हैं। वहीं 12वीं कक्षा के लिए पासिंग मार्क्स 40 फीसदी से घटाकर 35 फीसदी कर दिए हैं। CISCE ने गुरुवार को किए गए इस बदलाव की जानकारी शिक्षा मंत्रालय को दी। वर्ष 2018 से यह बदलाव लागू किए जाएंगे। शिक्षा राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने गुरुवार को लोक सभा में पूछे गए प्रश्न का लिखित उत्तर देते हुए यह नए बदलाव की जानकारी दी। राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा के मुताबिक, नए नियम से ICSE के 1,84,253 और ISC के 81,758 छात्रों को लाभ मिलेगा। इस वर्ष ICSE की 10वीं की परीक्षा 26 फरवरी से शुरू हुई थी जो 28 मार्च 2018 तक चलेगी। वहीं ISC की परीक्षा 7 फरवरी से 2 अप्रैल 2018 तक चलेंगी।

बता दें CISCE, इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (ISC) या 12वीं; इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (ICSE) या 10वीं और सर्टिफिकेट इन वोकेशनल एजुकेशन (CVE – वर्ष 12) परीक्षाओं का आयोजन कराता है। CISCE विभिन्न शिक्षण संस्थानों का प्रतिनिधित्व करता है। केंद्र सरकार, राज्य सरकारें/ केंद्र शासित राज्यों के स्कूल काउंसिल से सम्बद्ध (एफिलेटिड) रहते हैं। इसके अलावा काउंसिल इंटर-स्टेट बोर्ड फॉर एंग्लो-इंडियन एजुकेशन, एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज, एसोसिएशन हेड्स ऑफ एंग्लो-इंडिनय स्कूल्स, इंडियन पब्लिक स्कूल्स कॉन्फ्रेंस, एसोसिएशन ऑफ स्कूल फॉर ISC एग्जामिनेशन का भी प्रतिनिधित्व करता है।

 

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