दिल्ली के लोग मुझे जीने नहीं दे रहे थे: छेड़छाड़ से तंग आकर 16 साल की लड़की ने की सुसाइड और लिखा ये आख़िरी शब्द
दिल्ली के लोग मुझे जीने नहीं दे रहे थे: ये लिखे आख़िरी शब्द थे उस 16 साल की लड़की के जिसने छेड़खानी से तंग आकर सुसाइड कर लिया
ये धटना राजधानी दिल्ली के अलीपुर इलाके की है। यहां एक 16 साल की लड़की ने छेड़खानी से परेशान आकर सुसाइड कर लिया। नाबालिग लड़की के द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट से इस बात का खुलासा हुआ है। लड़की ने खुदकुशी करने से पहले अपने माता-पिता के लिए बेहद ही भावुक संदेश लिखा और बताया कि दिल्ली के लोग उसे जीने नहीं दे रहे थे। इसके अलावा उसने अपने परिजनों से माफी भी मांगी है। सुसाइड नोट से यह सामने आया है कि लड़की को कुछ लड़कों का ग्रुप काफी परेशान करता था, जिससे वह काफी परेशान हो गई थी। पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है।
लड़की ने अपने आखिरी खत में लिखा है कि लड़के उसे जीने नहीं दे रहे थे, इसलिए उसे यह खौफनाक कदम उठाना पड़ गया। 16 साल की नाबालिग ने लिखा, ‘मम्मी पापा मुझे माफ कर देना, लेकिन मैंने कोई भी गलती नहीं की है। मुझे अब नहीं रहना, मैं इस तरह से जी नहीं सकती। इधर जाओ तो लड़के, उधर जाओ तो लड़के, ये सब मिलकर मेरी जिंदगी खराब कर रहे थे। मैं कुछ कर न सकूं, इसलिए मुझे तंग करते थे। मैंने अपनी सारी जिंदगी जी ली है और अब मुझे नहीं जीना।’
#JUSTIN: Unable to bear the eve-teasing and harassment by a group of young boys, a 16-year-old girl committed suicide in Alipur area of Outer Delhi.@DelhiPolice recovered a suicide note from her possession.
Probe on.@IndianExpress pic.twitter.com/Rv6IeMogEB— Mahender Singh (@mahendermanral) March 24, 2018
सुसाइड नोट में आगे लिखा है, ‘पापा मैंने सारा काम कर दिया है। मेरी वजह से आपको यह कमरा खाली करना था न, लेकिन अब मैं नहीं रहूंगी तो आपको कमरा खाली नहीं करना पड़ेगा। मैं दोबारा कह रही हूं कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। दिल्ली के लोग मुझे जीने नहीं दे रहे थे। अगर कोई गलती हुई होगी तो सब लोग मुझे माफ कर देना। आई लव यू, मम्मी-पापा।’ रिपोर्ट्स के मुताबिक लड़कों का ग्रुप लड़की को परेशान करने के साथ ही उसके माता-पिता को मारने की धमकी भी देता था। रोहिणी पुलिस का कहना है कि आरोपियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया जाएगा। पुलिस ने बताया कि POCSO एक्ट और आईपीसी की धारा 306 के तहत केस रजिस्टर कर लिया गया है।