वायरल हो रहा कर्नाटक के नेशनल पार्क में स्मोकिंग करता हुआ हाथी का वीडियो! आइए जानें क्या है असलियत
जंगल में स्मोकिंग करते हुए एक मादा हाथी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हाथी का यह वीडियो Wildlife Conservation Society-India नाम के फेसबुक पेज पर मंगलवार (20 मार्च) को शेयर किया गया, जिसके बाद यह वायरल हो गया। फेसबुक पोस्ट में बताया गया कि हाथी के इस असमान्य व्यवहार का वीडियो कर्नाटक के नागरहोल नेशनल पार्क में कैमरे में कैद हुआ है। एनडीटीवी की खबर के मुताबिक वन्यजीव संरक्षण सोसाइटी – भारत में संरक्षण सहायता और नीति के सहायक निदेशक विनय कुमार ने इस वीडियो को अप्रैल 2016 में शूट किया था, लेकिन फेसबुक पर उन्होंने हाल ही में शेयर किया। वीडियो में देखने पर पता चलता है कि हाथी अपनी सूंड़ की सहायता से जंगल की जल चुकी जमीन से कुछ उठाकर मुंह में डालता है और फिर उसके मुंह से धुएं जैसा गुबार निकलता है। विनय कुमार ने एनडीटीवी को बताया कि मादा हाथी की उम्र यही कोई 30 से 35 वर्ष की रही होगी।
The Smoking Elephant! This unusual behaviour of an elephant was captured on video from Nagarahole National Park and has us perplexed. Our colleague, Mr Vinay Kumar, was travelling with our field staff in a partially burnt patch of the moist deciduous forests when this elephant appeared in their view. The video he captured has had experts trying to decipher the unique behaviour. The elephant would draw up a trunk full of ash close to her mouth and blow it out in a puff of smoke!Dr Varun Goswami, WCS India scientist and elephant biologist, concludes that likely, the elephant was trying to ingest wood charcoal. She appeared to be picking up something from the burnt forest floor, blowing away the ash that came along with it in her trunk, and consuming the rest. Charcoal has well recognised toxin-binding properties, and although it may not have much nutritional content, wild animals may be attracted to it for this medicinal value. Charcoal can also serve as a laxative, thereby doubling its utility for animals that consume it after forest fires, lightning strikes, or controlled burns of this type.WCS Newsroom | Wildlife Conservation Society
Posted by Wildlife Conservation Society-India on Tuesday, March 20, 2018
डब्ल्यूसीएस इंडिया के वैज्ञानिक डॉक्टर वरुण गोस्वामी ने हाथी के स्मोकिंग करने की सच्चाई बताई। वरुण गोस्वामी ने बताया- ”हाथी लकड़ी का कोयला निगलने की कोशिश कर रहा था। वह जंगल की जमीन से कुछ उठा रहा था, उसकी सूड़ में से राख बाहर आ रही थी और बाकी का पदार्थ वह खा रहा था।” गोस्वामी के अनुसार लकड़ी के कोयले में पोषक तत्व भले ही न हों, लेकिन जंगली जानवर अक्सर औषधीय गुणों के कारण उनकी ओर आकर्षित हो जाते हैं।