केंद्रीय मंत्री का विवादित बयान- वीजा के लिए नंगा होने में दिक्कत नहीं, आधार के लिए बॉयोमीट्रिक्स देने में समस्या है
केंद्रीय पर्यटन तथा सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्री अल्फोंस कन्ननथनम ने आधार कार्ड के लिए बॉयोमीट्रिक्स को लेकर एक बहुत ही विवादित बयान दे दिया है। अल्फोंस का कहना है कि वीजा के लिए नंगे होने में किसी को कोई अपत्ति नहीं है लेकिन आधार के लिए बॉयोमीट्रिक्स देने में समस्या है। यह बात केंद्रीय मंत्री ने शुक्रवार को कोच्चि में आयोजित फ्यूचर ग्लोबल डिजिटल समिट के दौरान कही। केंद्रीय मंत्री अल्फोंस कन्ननथनम ने कहा, “अमेरिकी वीजा के लिए जब हम दस पेजों की अपनी निजी जानकारी फॉर्म में भरते हैं तो उसमें किसी को कोई परेशानी नहीं होती।”
उन्होंने कहा, “हमें वीजा के लिए अपने फिंगरप्रिंट्स देने और अग्रेजों के सामने नंगे होने में भी कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन भारतीय सरकार जो कि आपकी अपनी सरकार है, आपसे आपका नाम और पता पूछती है तो यह सभी को अपनी निजता पर अतिक्रमण लगता है। मतलब हम कहां तक जा सकते हैं? अब इसपर सुप्रीम कोर्ट को ही फैसला लेने दो।” इसके बाद अल्फोंस ने यह भी बताया कि लोगों की आधार डाटा के लीक होने को लेकर जो चिंताएं हैं, उन्हें लेकर उन्हें डरने की जरूरत नहीं है।
अल्फोंस ने कहा, “पिछले साढे तीन सालों में भारत में किसी भी आधार उपभोक्ता के बॉयोमीट्रिक्स डाटा के लीक होने का मामला सामने नहीं आया है। भारत सरकार लोगों के डाटा की हिफाज़त कर रही है और यह इसलिए संभव हो रहा है क्योकि हम इसके लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्हें समय-समय पर अपग्रेड करते रहते हैं।” वहीं गुरुवार को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय भूषण पांडे ने आधार डाटा की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि कोई भी हैकर डाटा हैक नहीं कर सकता है। उन्होंने बताया कि डाटा की सुरक्षा के लिए ‘2048-एनक्रिप्शन की’ का प्रयोग किया जा रहा है, जिसके कारण हैकर सुरक्षा चक्र को किसी हालत में नहीं तोड़ सकते। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा था कि सुपरकम्पयूटर से इसे हैक करने में हैकर्स को 13 अरब साल लग जाएंगे।