व्हीलचेयर के सहारे एक आस्ट्रेलियाई लकवाग्रस्त व्यक्ति दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी एवरेस्ट के आधार शिविर तक पहुंचकर खुश है। उसका कहना है कि उसे प्रसन्नता है कि इस बेहद चुनौतीपूर्ण यात्रा को लगभग बिना किसी सहायता के पूरी करने वाला वह पहला‘ पैराप्लेजिक’ ( कमर से नीचे लकवाग्रस्त) है। स्कॉट डूलान(28) ने इस जगह तक पहुंचने में दस दिन का समय लिया। (Photo Source- Instagram)
डूलान रविवार को समुद्र तल से 5364 मीटर ऊपर स्थित इस शिविर तक पहुंचे। हालांकि, इस दौरान डूलान के साथ और भी लोग थे, जिन्होंने चढ़ाई की। (Photo Source- Instagram)
डूलान ने आधार शिविर तक पहुंचने वाले क्षण के बारे में कहा कि मुझे उस समय सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, क्योंकि मैं अपने हाथों से व्हीलचेयर चला रहा था। मुझे केवल करीब बीस लोगों की भीड़ को देखना भर याद है। (Photo Source- Instagram)
डूलान ने कहा कि जैसे ही मैं वहां पहुंचा, उन्होंने उत्साह बढ़ाना शुरू किया। (Photo Source- Instagram)
डूलान ने हाथों की मदद से चलकर यह सफर तय किया। पर्वतारोहण में उसने पांच जोड़ी दस्तानों का प्रयोग किया। (Photo Source- Instagram)
डूलान भले की इस बीमारी से पीड़ित हैं, लेकिन वह एक आम इंसान से भी ज्यादा फिट हैं। वह जिम भी जाते हैं। (Photo Source- Instagram)