ब्रिटिश यूनिवर्सिटी ऑफ शेफील्ड का दावा- ईसा मसीह भी हुए थे यौन उत्पीड़न का शिकार
ईसाई धर्म के प्रवर्तक ईसा मसीह भी यौन उत्पीड़न का शिकार हुए थे। उस वक्त, जब उन्हें सूली पर चढ़ाया जा रहा था। यह चौंकाने वाला दावा किया है यूनिवर्सिटी ऑफ शेफील्ड की शिक्षाविद डॉ. केटी एडवर्ड्स ने। उन्होंने ईस्टर पर्व से पूर्व लिखे अपने एक लेख में उस दौरान हुई यौन उत्पीड़न की घटना का जिक्र किया है। ब्रिटिश यूनिवर्सिटी की शिक्षाविद के इस खुलासे की वहां के शिक्षा जगत में खासी चर्चा है।
शेफील्ड विश्वविद्यालय की डॉ. एडवर्ड्स ने अपने #हिम टू हेडलाइन के साथ लिखे आर्टिकल में ईसा मसीह के साथ यौन उत्पीड़न की बात कही है। अपने लेख में डॉ. केडी एडवर्ड्स ने लिखा है कि यह अपमान और लिंग आधारित हिंसा का एक शक्तिशाली प्रदर्शन था, जो उस दौरान ईसा मसीह के साथ हुआ। इस मामले पर न्यूजीलैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ ओटैगो के एक विद्वान ने कहा-यह सिर्फ ऐतिहासिक रिकॉर्ड दुरुस्त करने भर का मामला भर नहीं है, बल्कि गंभीर वाकया है।
शिक्षाविद ने यह खुलासा मी टू मुहिम के तहत किया है, जिसे हाल में हॉलीवुड अभिनेताओं ने समर्थन दिया। तमाम लोगों ने जहां अपने साथ हुई यौन उत्पीड़न की घटनाओं का इजहार किया, वहीं काले कपड़े पहनकर इसका विरोध जताया। कहा जा रहा है कि अगर ईसा मसीह को भी यौन उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा तो समझा जा सकता है कि उस दौर में क्या हालत थी।
अपराध विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. स्टुअर्ट वेटन ने कहा कि समाज में एक प्रवृत्ति है जो हर चीज और मौके का दुरुपयोग करती है। ईसा मसीह के साथ यौन उत्पीड़न की घटना ऐतिहासिक और अजीब है। बता दें कि ईसा मसीह का यौन उत्पीड़न होने का खुलासा करने वालीं डॉ. एडवर्ड शेफिल्ड इंस्टीट्यूट फॉर इंटर डिसीप्लीनरी बाइबिलिकल स्टडीज की निदेशक हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर सभी का ध्यान आकृष्ट किया है। लेखक ने निष्कर्ष निकाला है कि यीशु का यौन शोषण ईस्टर की कहानी का एक लापता हिस्सा है।