शिवसेना ने दागा सवाल- अगर मोदी पाकिस्तान में नवाज से मिल सकते हैं तो हम ममता से क्यों नहीं?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी इन दिनों दिल्ली में हैं। मंगलवार को वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी शिवसेना के सांसदों और साथ ही कई विपक्षी दलों के सांसदों से मुलाकात करने पहुंची थीं। बनर्जी ने मंगलवार को संसद में शिवसेना के सांसद संजय राउत व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। उन्होंने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सांसद के.कविता से भी मुलाकात की। कविता तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी हैं। बीजेपी ने सहयोगी दल से मुलाकात पर ममता की आलोचना की तो जवाब शिवसेना की तरफ से आया है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने एएनआई से कहा, ”प्रधानमंत्री पाकिस्तान जाकर नवाज शरीफ को मिल सकते हैं तो ममता बनर्जी तो एक राज्य की मुख्यमंत्री हैं। कभी ममता जी भी नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) की एक प्रमुख घटक दल रही हैं। कोई अछूत नहीं है न ममता जी। अगर ममता जी आप बीजेपी के साथ होतीं तो क्या होता। आज ममता जी आपको (बीजेपी) अछूत लग रही हैं। वह एक राज्य की मुख्यमंत्री हैं।”
विपक्षी दलों के साथ मिलकर ममता बनर्जी भाजपा के खिलाफ एक मोर्चा बनाना चाहती हैं, मगर क्षेत्रीय दल कांग्रेस का नेतृत्व स्वीकार नहीं करना चाहते। रिपोर्ट्स के अनुससार, टीआरएस, बीजेडी जैसी क्षेत्रीय पार्टियां इस मोर्चे का हिस्सा बनने में हिचक रही हैं। बनर्जी इस पर जोर दे रहे हैं कि कांग्रेस मोर्चे का हिस्सा तो बने, मगर नेतृत्व न करे।