राज्‍यसभा में गुलाम नबी आजाद ने कही ऐसी बात कि नरेश अग्रवाल को न स्वीकारते बनी न नकारते

संसद के उच्च सदन राज्यसभा ने आज (28 मार्च) सेवानिवृत हो रहे सदस्यों को विदाई दी। इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी, नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने रिटायर हो रहे सदस्यों को आगे के जीवन के लिए शुभकामनाएं दी। यू तों ये मौका सदस्यों सदन में सदस्यों के योगदान को याद करने का था। लेकिन इस मौके पर भी कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद हाल के सियासी घटनाओं पर तंज कसने से नहीं चूके। उनके निशाने पर थे कुछ ही दिनों पहले समाजवादी से बीजेपी में आने वाले नरेश अग्रवाल। नरेश अग्रवाल का कार्यकाल भी आज खत्म हो रहा है। नरेश अग्रवाल को शुभकामनाएं देते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा, “नरेश अग्रवाल जी एक ऐसे सूरज हैं, इधर डूबे, उधर निकले, इधर निकले उधर डूबे, मुझे यकीन है जिस पार्टी में वो जा रहे हैं वो क्षमता का पूरा उपयोग करेगी।”

सदन में मौजूद नरेश अग्रवाल गुलाम नबी आजाद की इन बातों को सुनकर मुस्कुराते दिखे। बता दें कि हाल में खत्म हुए राज्यसभा चुनाव से पहले नरेश अग्रवाल ने अप्रत्याशित रूप से बीजेपी का दामन थाम लिया। इससे पहले नरेश अग्रवाल समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में भी रह चुके हैं। राज्यसभा चुनाव में उनके पुत्र नितिन अग्रवाल ने सपा विधायक रहते हुए भी बीजेपी के पक्ष में मतदान किया था।

 


.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राज्यसभा से रिटायर हो रहे सदस्यों को शुभकामनाएं दी और कहा कि सदन में हंगामे के कारण वे तीन तलाक पर रोक विधेयक जैसे ऐतिहासिक एवं महत्वपूर्ण फैसलों पर निर्णय की प्रक्रिया में हिस्सा लेने से वंचित रह गए। उच्च सदन के महत्व का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि यहां जो बात बतायी जाती है, उसका लोकतंत्र में एक विशेष महत्व है और जो नीति निर्धारण में खास भूमिका निभाता है। उन्होंने अपने संबोधन में उपसभापति पी जे कुरियन, मनोनीत सदस्यों के पराशरन, दिलीप तिर्की तथा सचिन तेंदुलकर का खास तौर पर जिक्र किया और कहा कि आने वाले दिनों में हमें उनका साथ नहीं मिलेगा। कुरियन का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका मुस्कुराता हुआ चेहरा हमेशा याद किया जाएगा। मोदी ने कहा कि कुरियन ने संकट की घड़ी में भी सदन को ठीक से चलाया। उन्होंने कहा कि अधिकतर सदस्य राजनीतिक विचारधारा के लोग है। ऐसे में स्वाभाविक है कि उन बातों को प्रतिस्थापित करने का प्रयास करेंगे। लेकिन यह जरूरी नहीं है कि ग्रीन हाउस में जो होता हो, वह रेड हाउस में भी हो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *