RTI: मोदी ने क्या गिफ्ट दिए, नहीं बताएगी सरकार, दी दलील- बिगड़ सकते हैं विदेशी संबंध

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने विदेशी समकक्षों को क्या गिफ्ट देते हैं। इसकी पूरी जानकारी लोगों को नहीं मिल पाती है। एक आरटीआई के जरिये जब इस मामले में पीएमओ से जानकारी मांगी गई तो ये आवेदन ही तीन महीने तक पीएमओ और विदेश मंत्रालय के बीच घूमता रहा। आखिरकार बताया गया कि पीएम विदेशी मेहमानों को क्या गिफ्ट देते हैं इसे उजागर नहीं किया जा सकता है क्योंकि इससे दूसरे देशों के साथ भारत के संबंध खराब हो सकते हैं। बता दें कि जब पीएम मोदी विदेश जाते हैं या फिर कोई दूसरे राष्ट्राध्यक्ष देश आते हैं तो उपहारों के आदान-प्रदान की परंपरा होती है। पीएम मोदी तय नियमों के मुताबिक उपहार देते हैं। लेकिन कई बार इसकी विस्तृत जानकारी जनता को नहीं हो पाती है।

एक आरटीआई के जरिये जब सरकार से इस बावत पूछा गया तो जवाब मिला कि तोहफे बजटरी ग्रांट से दिये जाते हैं, लेकिन इसका खुलासा नहीं किया जा सकता है। जवाब में कहा गया है कि इनका खुलासा करने से बिना मतलब के विदेशी संबंध प्रभावित होंगे और दो देशों के बीच दरार पैदा होंगे। जवाब में बताया गया है कि उपहार के मूल्यों का तुलनात्मक विश्लेषण और इसकी समीक्षा से दो मुल्कों के दरमियान प्रेम और मित्रता की भावना पर असर पड़ेगा। लिहाजा इसका खुलासा नहीं किया जा सकता है।

रिपोर्ट के मुताबिक इससे इन देशों के साथ भारत के रिश्ते प्रभावित होंगे। इस वजह से आरटीआई एक्ट 2005 के अनुच्छेद8-1 (ए) के तहत इन सूचनाओं को सार्वजनिक करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। हालांकि सूचना आयोग के पूर्व अफसरों का कहना है कि ऐसी जानकारी जनता के संज्ञान में रहनी चाहिए। दैनिक भास्कर के मुताबिक पूर्व सूचना आयुक्त शैलेश गांधी ने कहा कि, “किसी भी धारा के तहत इसे छूट नहीं दिया जा सकता है, क्योंकि दूसरे देश के प्रतिनिधियों को दिया जाने वाला उपहार देश के लोगों के भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है, ना कि इससे संबंध खराब होते हैं।” बता दें कि जब पीएम मोदी ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की मां को तोहफे में शॉल दिया था तो इसकी काफी चर्चा हुई थी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पीएम मोदी द्वारा हैंड क्राफ्टेड सिल्वर ब्रेसलेट, कांगडा की चाय, जम्मू कश्मीर की हाथ से बुनी हुई शॉल गिफ़्ट में दी गई थी।

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