सांसद को जहर और रस्सी देकर दी चुनौती- करो आत्महत्या, मैं लटकाऊंगा
अम्मा मक्कल मुनेत्र कजगम पार्टी (AMMK) के संस्थापक और तमिलनाडु के आरके नगर से विधायक टीटीवी दिनाकरन के समर्थकों ने शनिवार को कावेरी मुद्दे पर अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) के सांसद पर जोरदार तंज कसा है। दिनाकरन के समर्थक पुगालेंधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए AIADMK सांसद नवनीत कृष्णन द्वारा दी गई खुदकुशी की धमकी को लेकर उन पर जमकर निशाना साधा। पुगालेंधी ने कहा कि वह नवनीत कृष्णन को जहर देंगे और फांसी लगाने के लिए रस्सी भी देंगे। उन्होंने मीडिया के सामने जहर की बोतल और रस्सी दिखाते हुए कहा, ‘नवनीत कृष्णन ने राज्यसभा में ऐलान किया था कि अगर कावेरी मैनेजमेंट बोर्ड नहीं बनेगा तो वह सुसाइड करेंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया। अब मैं उन्हें रस्सी और जहर दे रहा हूं, ताकि वह सुसाइड करते हुए अपनी बात पूरी कर सकें।’
आपको बता दें कि बुधवार को राज्यसभा में सांसद नवनीत कृष्णन ने ऐलान किया था कि अगर केंद्र कावेरी बोर्ड का गठन नहीं करेगी तब वह खुदकुशी कर लेंगे। द न्यूज मिनट के मुताबिक उन्होंने कहा था, ‘मैंने चेयरमैन से कहा है कि अगर कावेरी बोर्ड नहीं बनेगा तो एआईएडीएमके के सांसद खुदकुशी कर लेंगे। मैं तंजावुर से आता हूं और मैं यह बात जानता हूं कि वहां के लोग पानी को लेकर कितना परेशान हैं।’
Navaneethakrishnan (AIADMK MP) announced in Parliament that he will commit suicide (on #CauveryIssue) but he did not do it, now I offer him this poison & rope to hang himself with, as he failed to do what he said: Pugalendhi, TTV Dhinakaran supporter in #Chennai pic.twitter.com/Xm5tTuXaRl
— ANI (@ANI) March 31, 2018
रिपोर्ट्स के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन का निर्देश दिया था, जिसकी समय सीमा 29 मार्च थी, लेकिन केंद्र द्वारा इस बोर्ड का गठन नहीं किया गया, जिसके बाद अब AMMK के समर्थक AIADMK पर निशाना साध रहे हैं। वहीं केंद्र के विरोध में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने दो अप्रैल को तमिलनाडु में भूख हड़ताल करने का ऐलान किया है। इसके अलावा अन्नाद्रमुक सांसद एस. आर. मुथुकरप्पन ने शुक्रवार को घोषणा की कि कावेरी मॉनिटरिंग बोर्ड (सीएमबी) के गठन पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के क्रियान्वयन में केंद्र के विफल रहने पर वह अपनी राज्यसभा सदस्यता से इस्तीफा देंगे। उन्होंने कहा, “यह मेरा व्यक्तिगत निर्णय है। मैं सीएमबी के गठन में केंद्र की कदम के खिलाफ इस्तीफा दे रहा हूं। प्रधानमंत्री ने कावेरी मुद्दे पर बात करने से इंकार कर दिया है। मैं राज्य के लोगों के लिए इस्तीफा दे रहा हूं।”