बिहार: रोसड़ा में खत्म नहीं हुआ है तनाव, गिरफ्तार लोगों के पक्ष में आए व्यापारियों का आंदोलन जारी
पंकज श्रीवास्तव
पटना में रोसडा सांप्रदायिक उपद्रव के बाद प्रशासन ने जरुर हालात पर काबू पा लिया हो लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी से एक पक्ष नाराज है। उनका आरोप है उपद्रव के मूल व्यक्ति यानि दुर्गा प्रतिमा पर चप्पल चलाने वाले की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई, वही आनन फानन में पुलिस रोसडा के भिन्न भिन्न गांवों से अब तक 54 लोगों को नामजद कर दिया। सिर्फ़ रोसडा मुख्यालय से ही 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रतिक्रिया स्वरूप आज तक रोसडा बाजार बंद है। प्रशासन के लाख मशक्कत के बाद भी जनजीवन सामान्य नहीं हो पाया है। दूसरी ओर भविष्य में किसी अन्य की गिरफ्तारी न हो इसके लिए कल शुक्रवार को रोसडा व्यवसायी संघ ने विनोद देव के अगुवाई में समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक दीपक रंजन से मुलाकात की। ये मुलाकात रोसडा थाना परिसर में हुई।
इनकी मांग थी जिन 54 निर्दोष लोगों पर गलत ढंग से मुकदमा दायर किया है, उसे तत्काल वापस लिया जाए। साथ ही गिरफ्तार लोगों के प्रति नरम रवैया अख्तियार की जाए। पुलिस अधीक्षक दीपक रंजन ने निर्दोषों के विरुद्ध कारवाई नहीं करने का भरोसा तो दिया साथ ही इस बात को भी दोहराया कि पर्यवेक्षण में दोषी पाये जाने वालों पर निश्चित रुप से कारवाई होगी। दूसरी ओर स्थानीय सूरी समाज विवाह भवन में व्यवसायियो की एक बैठक आयोजित हुई। जहाँ दवा व्यवसायी संघ ने गिरफ्तार सभी 10 लोगों का मुकदमा खर्च अपने स्तर से वहन करने की घोषणा की।
व्यवसायियों ने स्पष्ट रुप से निर्णय लिया की जब तक प्रशासन 10 लोगों को जेल से मुक्त नहीं करती तब तक रोसड़ा की सभी दुकानें अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेंगी। पाठकों को बताते चलें रोसड़ा की सभी दुकानें 27 मार्च से बन्द हैं। वहीं प्रशासन किसी अनहोनी के भय से 1 अप्रैल तक रोसड़ा क्षेत्र की इंटरनेट सेवाएं बाधित कर रखा है। रोसडा की सुनी सड़को पर रैपिड एक्शन फोर्स एंव बिहार पुलिस का फ्लैग मार्च लगातार जारी है। लोगों में विश्वास जगाने के लिए कल पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में थाना परिसर से फ्लैग मार्च निकला जो पुरानी बाजार, गुदरी चौक, महावीर चौक, एनएच 55, थाना रोड, बड़ी दुर्गा स्थान तक गयी।