राजगुरु को स्वयंसेवक बताककर ट्रोल हो गयी RSS, लोग बोले- भगत सिंह को पन्ना प्रमुख मत बता देना
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने शहीद राजगुरु को अपना संगी बता दिया है। एक संघ प्रचारक नरेंद्र सहगल की किताब में इस बात का दावा किया गया है। नरेंद्र सहगल हरियाणा में एबीवीपी के संगठन मंत्री रहे हैं। दरअसल नरेंद्र सहगल की किताब ‘भारतवर्ष की सर्वांग स्वतंत्रता’ में लिखा गया है कि ‘सरदार भगत सिंह और राजगुरु ने अंग्रेज अफसर सांडर्स को लाहौर की मालरोड पर गोलियों से उड़ा दिया। फिर दोनों लाहौर से निकल गए। राजगुरु नागपुर आकर डॉ. हेडगेवार से मिले। राजगुरु संघ के स्वयंसेवक थे’।
सहगल की किताब में दावा किया गया है कि राजगुरु संघ की मोहित बोड़े शाखा के स्वयंसेवक थे। सहगल की लिखी किताब के अनुसार नागपुर के भोंसले वेदशाला के छात्र रहते हुए राजगुरु, संघ संस्थापक हेडगेवार के बेहद करीबी रहे। किताब में यह भी दावा किया गया है कि सुभाष चंद्र बोस भी संघ से काफी प्रभावित थे। एक खास बात यह भी है कि किताब ‘भारतवर्ष की सर्वांग स्वतंत्रता’ की भूमिका संघ प्रमुख मोहन भागवत ने लिखी है। भागवत ने लिखा है कि स्वतंत्रता संग्राम में संघ की भूमिका पर सवाल उठाने वाले लोगों को यह किताब उचित जवाब देगी।