बीजेपी सांसद स्वामी का कश्मीर की सीएम पर हमला- पाकिस्तान के लिए होंगी महबूबा, हमारे लिए नहीं
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि महबूबा मुफ्ती पाकिस्तान के लिए महबूबा होंगी। मगर हमारे लिए नहीं है। स्वामी का यह बयान जम्मू-कश्मीर की सीएम की उस अपील के बाद आया है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान के साथ बाचतीच कर दोनों देशों के बीच की समस्या हल करने की बात कही थी। आपको बता दें कि पाकिस्तान की तरफ से बीते दिनों से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है। शनिवार (31 मार्च) को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने मोहम्मद अशरफ नाम के नागरिक पर हमला कर दिया था।
मुफ्ती ने शनिवार को दिल्ली में कहा था कि जंग से जम्मू-कश्मीर की स्थिति में सुधार नहीं आ सकता। अटल बिहारी वाजपेयी जी ने इस बात को समझते हुए पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ से बातचीत की थी और कश्मीर में आतंकियों पर रोक लगाने का वादा लिया था। पीएम मोदी को भी पाकिस्तान से कुछ इसी तरह संवाद करना चाहिए।
रविवार (1 अप्रैल) को भाजपा नेता ने एएनआई से इस बारे में बात की। उन्होंने कहा, “मुझे समझ में नहीं आता कि आखिर हम पाकिस्तान को सबसे अधिक समर्थन देने वाला दर्जा क्यों नहीं छोड़ पाए हैं। ऐसा सिर्फ और सिर्फ उन लोगों (सीएम मुफ्ती) के कारण हैं, जो इसके लिए दबाव बनाते हैं।”
I don’t understand why we have not withdrawn the Most Favoured Nation status to Pakistan, it is because of people like her who pressurize for it. Mehbooba Pakistan ke liye Mehbooba ho sakti hai, hamare liye nahi: Swamy on Mehbooba’s statement that we should talk to Pak: S Swamy pic.twitter.com/pfw1IFtnKI
— ANI (@ANI) April 1, 2018
मुफ्ती ने यह भी कहा था कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही मुल्क इस वक्त जंग लड़ने की हालत में नहीं हैं। दोनों ही इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि अगर जंग हुई तो कुछ भी नहीं बचेगा। महबूबा मुफ्ती इससे पहले भी पाकिस्तान से बातचीत कर हल निकालने का राग अलाप चुकी हैं।
सीएम मुफ्ती इससे पहले भी पाकिस्तान के साथ दोस्ती करने का राग अलाप चुकी हैं। उन्होंने बीते महीने मार्च में कहा था कि आप पूछते हैं कि जम्मू-कश्मीर की समस्या का क्या हल है। अगर मेरे से हाल पूछोगे तो मैं कहूंगा कि सुचेतगढ़ खोल दो। जम्मू-सियालकोट खोल दो। करगिल खोल दो, ताकि हम वहां जा सकें।