सलमान खान को सजा पर बोले जफर सरेसवाला- ये वही राजस्थान है जहां गाय के नाम पर इंसानों को मारने वाले छोड़ दिए जाते हैं
सलमान खान को काले हिरण का शिकार करने के मामले में 5 साल की सजा का ऐलान किया गया है। कोर्ट के इस फैसले पर सलमान खान के दोस्त जफर सरेसवाला ने सवाल खड़े किए हैं। एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में जफर सरेसवाला ने कहा कि इस देश में सेंस ऑफ प्रोपोरशन (समानता की भावना) खत्म हो गया है। जफर ने कहा कि वह कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते, लेकिन ये वही राजस्थान है, जहां इंसानों को मारा जाता है गाय के नाम पर, और उनको कोई सजा भी नहीं होती और गिरफ्तारी भी नहीं होती। यहां (सलमान खान के मामले में) काले हिरण को मारने पर 5 साल की सजा हो जाती है। जफर ने कहा कि इस मुल्क को सोचने की जरुरत है क्या हमारे मुल्क में सेंस ऑफ प्रोपोरशन जैसी कोई चीज है कि नहीं? हालांकि अपनी बात में जफर ने यह भी कहा कि उनके बयान को कोर्ट के फैसले के साथ ना मिलाया जाए।
बता दें कि कुछ समय पहले राजस्थान में एक व्यक्ति को कथित गौरक्षकों की भीड़ ने गाय के साथ पकड़ लिया था और उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। जफर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि काले हिरण मामले में जो लड़ाई लड़ी गई, वह उसका सम्मान करते हैं, लेकिन जब इंसानों की जान जाती है, उस वक्त यह सरकार कहां चली जाती है? जफर ने बताया कि उनकी आज सुबह ही सलमान खान के पिता सलीम खान से बात हुई थी और सलीम खान ने उनसे कहा था कि कोर्ट का जो भी फैसला होगा, वह उन्हें मंजूर होगा। हालांकि वह बाप हैं, और उन्हें भी इससे दुख होगा, लेकिन उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। जफर ने कहा कि सलमान खान के पास इस फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील करने का अधिकार है।
बता दें कि 1998 में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान सलमान खान पर 2 काले हिरण के शिकार का आरोप लगा था। इस मामले में सलमान खान के साथ सैफ अली खान, तब्बू, सोनाली बेंद्रे, नीलम भी आरोपी थे। लेकिन आज जोधपुर कोर्ट ने इस मामले में सलमान खान को छोड़कर बाकी सभी आरोपियों को बरी कर दिया। अदालत ने सलमान खान को 5 साल की सजा का ऐलान किया है और फिलहाल उन्हें जेल भेज दिया गया है। सलमान को फिलहाल जोधपुर की सेंट्रल जेल में रखा गया है।