CWG 2018: संजीता चानू ने वेटलिफ्टिंग में भारत को दिलाया एक और गोल्ड

ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में चल रहे कॉमनवेल्थ खेलों में भारतीय एथलीट्स का शानदार प्रदर्शन जारी है। दूसरे दिन भारतीय वेटलिफ्टर संजीता चानू ने 53 किलो भारवर्ग में सोना जीता है। संजीता ने कुल 192 किलो भार उठाया। उन्होंने 86 किलो स्नैच जबकि 108 किलो क्लीन ऐंड जर्क में सफलतापूर्वक उठाया। बता दें कि संजीता इससे पहले 2014 में हुए कॉमनवेल्थ खेलों में 48 किलो भारवर्ग में भारत को गोल्ड जिता चुकी हैं। वह 2017 में कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भी गोल्ड जीत चुकी हैं।

मणिपुर की संजीता ने एकतरफा प्रदर्शन किया और भारत की झोली में एक और गोल्ड मेडल डाला। चानू ने स्नैच में 84 किलोग्राम का वजन उठाया जोकि गेम रिकार्ड रहा। वहीं क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 108 किलोग्राम का वजन उठाया। सिल्वर मेडल पापुआ न्यू गिनी की लाउ डिका ताउ को मिला। उन्होंने कुल 182 किलो वजन उठाया। कनाडा की रचेल लेब्लांग को 181 किलो की वजह से कांस्य पदक मिला। इस जीत के साथ भारत अब पदक तालिका में तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। उसके हिस्से दो गोल्ड और एक सिल्वर मेडल हैं। यह तीनों मेडल भारत को वेटलिफ्टिंग में ही मिले हैं। पहले दिन गुरुराज ने भारत का खाता खोलते हुए पुरुषों के 56 किलोग्राम भारवर्ग में रजत पदक जीता था।

इससे पहले गुरुवार को मीराबाई चानू ने भी भारत को वेटलिफ्टिंग में गोल्ड दिलाया था। स्नैच और क्लीन एंड जर्क दोनों में, चानू का यह निजी तौर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। चानू ने वर्ल्ड चैम्पियन नाइजीरिया की ऑगस्टिना नवाओकोलो का गेम रिकॉर्ड तोड़ा, जो 175 किलोग्राम का था। यह रिकॉर्ड उन्होंने 2010 में बनाया था। जहां तक चानू का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का सवाल है तो वह 194 किलोग्राम का था, जो उन्होंने पिछले साल वर्ल्ड चैम्पियनशिप में बनाया था। 23 साल की मारीबाई चानू इम्फाल ईस्ट जिले की हैं। उनकी प्रेरणा महिला वेटलिफ्टर कुंजारानी हैं, जो मणिपुर की हैं।

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