अमित शाह का विपक्ष पर बड़ा हमला- मोदी की बाढ़ में साथ आए कुत्ते-बिल्ली-सांप
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मुंबई में हुई एक रैली के दौरान विपक्षी पार्टियों की तुलना कुत्ते-बिल्ली और सांप से की है। भाजपा के स्थापना दिवस पर मुंबई में आयोजित एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि 2019 का काउंटडाउन शुरु हो चुका है। मैने एक बात सुनी थी कि जब बाढ़ आती है तो उसमें सभी पेड़, पौधे और जीव जंतु बह जाते हैं। इस बाढ़ में वट-वृक्ष अकेला बच जाता है तो सांप भी उस वट-वृक्ष पर चढ़ जाता है, नेवला भी चढ़ जाता है, कुत्ता भी चढ़ जाता है। ये मोदी जी की जो बाढ़ आयी है उससे घबराकर सभी कुत्ते, बिल्ली, सांप और नेवले इकट्ठा होकर चुनाव लड़ना चाहते हैं। गौरतलब है कि अमित शाह का यह बयान ऐसे वक्त आया है, जब कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियां 2019 के लोकसभा चुनाव में साथ आने की तैयारी कर रही हैं। अमित शाह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अभी भाजपा का स्वर्णिम काल नहीं आया है, भाजपा का स्वर्णिम काल तब होगा, जब पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में भी भाजपा की सरकार बन जाएगी। भाजपा की अब तक की यात्रा पर बात करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की शुरुआत 10 सदस्यों के साथ हुई थी और आज पार्टी के 11 करोड़ सदस्य हैं और आज यह विश्व की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी है।
भाजपा के 39वें फाउंडेशन-डे पर बोलते हुए अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी हमसे पिछले 4 सालों का हिसाब मांग रहे हैं, लेकिन देश की जनता आपसे पिछली 4 पीढ़ियों का हिसाब मांग रही है। इसके बाद अमित शाह ने उज्जवला योजना, स्वच्छ भारत अभियान, बिजली कनेक्शन और 5 लाख तक के स्वास्थ्य बीमा योजना का जिक्र किया। अमित शाह ने कहा कि आज देश के 20 राज्य, 68 प्रतिशत भू-भाग और 70 प्रतिशत जनता पर भाजपा का शासन है। पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए अमित शाह ने कहा कि कार्यकर्ता आज से ही 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं और 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी जी के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत से भाजपा को फिर से सत्ता में लाएंगे। हालांकि बाद में अमित शाह ने अपने कुत्ते-बिल्ली और सांप वाले बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को गलत संदर्भ में लिया गया। अमित शाह ने विपक्षी पार्टियों को उनके बयान का बुरा ना मानने की अपील की है। अमित शाह ने कहा कि उन्होंने वह बयान इसलिए दिया था कि आमतौर पर विपक्षी पार्टियां इस तरह एकजुट नहीं होती हैं। अमित शाह ने कहा कि विभिन्न विचारधाराओँ वाली पार्टियां सपा और बसपा जिस तरह से साथ आ रही हैं, उन्हें मेरे बयान का बुरा नहीं मानना चाहिए।