उत्तराखंड में हिंदू लड़की के रेप का फर्जी वीडियो वायरल होने के बाद मुसलमानों की 15 दुकानें जलाई
उत्तराखंड में सांप्रदायिक तनाव का मामला सामने आया है। यहां दस वर्षीय हिंदू लड़की के रेप का फर्जी वीडियो वायरल होने पर दक्षिणपंथी संगठन और राज्य के अगस्त्यमुनि में कुछ दुकानदारों ने मुस्लिमों व्यापारियों की दुकानों को आग के हवाले कर दिया। वायरल वीडियो में अफवाह फैलाई गई कि टाउन में जिस लड़की का रेप किया गया उसका आरोपी मुस्लिम शख्स है। फर्जी वीडियो वायरल होने के बाद करीब 200 लोग शुक्रवार (6 अप्रैल) को अगस्त्यमुनि पुलिस स्टेशन के बाहर इकट्ठा हुए और कथित तौर पर वीडियो में नजर आ रही लड़की के लिए इंसाफ की मांग की। इसके साथ ही भीड़ ने मुस्लिमों 15 दुकानों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना में टाउन के ही दुकानदार और एबीवीपी के सदस्यों के शामिल होने की बात कही गई है।
रुद्रप्रयाग प्रयाग जिले के एसपी तृप्ति भटट् ने बताया कि आरोपियों ने मुस्लिमों की दुकानों को खाली कर दिया। उनके मोबाइल फोन, घड़ियां, कपड़े और सब्जियां सड़क पर रखी दीं गईं और दुकानों को आग के हवाले कर दिया। घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। उन्होंने आगे बताया कि बर्बरता के बाद रुद्रप्रयाग के डीएम मंगेश ने एक अन्य वीडीयो सोशल मीडिया में शेयर किया, जिसमें बताया गया कि जो वीडियो वायरल हो रहा है वह फर्जी है। इस दौरान उन्होंने लिखा कि जो वायरल वीडियो में किसी का चेहरा साफ नजर नहीं आ रहा है और ना ही वीडियो में नजर आ रहे युवकों और लड़की की पहचान की जा सकी है। यहां तक टाउन में बलात्कार का कोई केस भी दर्ज नहीं किया गया है।
वहीं टाउन के स्थानीय निवासी ने बताया कि यहां मुस्लिमों की छोटी सी आबादी निवास करती है। जो दुकानों जलाई गईं वह मुस्लिम दुकानदारों की हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘शुक्रवार की घटना से पहले टाउन में पहले कभी सांप्रदायिक हिंसा नहीं देखी गई। जो कुछ हुआ वह बहुत चौंकाने वाला है।’