राजघाट पर कांग्रेस का धरना: राहुल के पहुंचने से पहले टाइटलर और सज्जन कुमार को हटाया
दिल्ली के राजघाट में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अध्यक्ष राहुल गांधी दलित उत्पीड़न के मामले पर बीजेपी को घेरने के उद्देश्य से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इस धरना-प्रदर्शन के दौरान कुछ ऐसा घटित हुआ, जिसने हर किसी को चौंका दिया। दरअसल, इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार जब राजघाट पहुंचे, तब उन्हें कथित तौर पर वहां से जाने को कह दिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों नेताओं से कहा गया कि वे राजघाट परिसर छोड़कर चले जाएं।
हालांकि, इस मामले में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष अजय माकन ने सफाई देते हुए कहा है कि दोनों नेताओं को केवल स्टेज से जाने के लिए कहा गया था, परिसर से नहीं। टाइम्स नाऊ के मुताबिक, माकन ने जानकारी दी कि टाइटलर और सज्जन कुमार को परिसर छोड़कर जाने के लिए नहीं कहा गया था, उनसे केवल स्टेज से जाने के लिए कहा गया था, क्योंकि यह स्टेज केवल पार्टी के पदाधिकारी के लिए बनाया गया है। आपको बता दें कि टाइटलर और सज्जन कुमार 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में आरोपी हैं।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी दलित उत्पीड़न को लेकर बीजेपी के विरोध में राजघाट पर प्रदर्शन कर रही है। राहुल गांधी ने सोमवार को राजघाट पर उपवास की शुरुआत की है। वह इस वक्त पार्टी के वरिष्ठ नेताओं समेत राजघाट पर मौजूद हैं। माना जा रहा है कि नजदीक आए कर्नाटक चुनाव और आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देजनर कांग्रेस दलितों से जुड़े मुद्दे उठाकर उनके बीच पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। राजघाट में इस वक्त राहुल गांधी समेत अशोक गहलोत, मल्लिकार्जुन खड़गे, शीला दीक्षित और अजय माकन जैसे वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, “राजघाट, दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष, श्री राहुल गांधी ‘सदभावना उपवास’ पर। करोड़ों कांग्रेसजन पूरे देश में सामाजिक सौहार्द, भाईचारा व प्रेम के पक्ष में हर ज़िला स्तर पर उपवास पर।” सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “सामाजिक सौहार्द और भाईचारा मोदी सरकार के राज में खतरे में हैं। वह समाज को बांटना चाहते हैं, इसलिए कांग्रेस का फर्ज है कि इस तरह की ताकतों से लड़ाई लड़े।”