फर्टिलिटी डॉक्टर ने अपने स्पर्म से प्रेग्नेंट कर दीं 11 महिलाएं, पता चला तो कराया मुकदमा
कनाडा में रहने वाले एक फर्टिलिटी डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगे हैं। दावा किया गया है कि उसने अपने स्पर्म का इस्तेमाल कर 11 महिला मरीजों को प्रेग्नेंट कर दिया। डॉक्टर ने उन मरीजों को इस बारे में भनक भी नहीं लगने दी थी। बाद में जब मामले का खुलासा हुआ तो आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। मामले से जुड़ी नेलिगन ओब्रायन पेन एलएलपी नाम की लॉ फर्म ने इस बारे में गुरुवार को अपना बयान जारी किया है। कंपनी का कहना है कि डीएनए जांच से जाहिर है कि डॉ.नॉर्मन बार्विन ही उन 11 महिलाओं के होने वाले बच्चों के बायलॉजिकल पिता हैं, जो उनके पास बच्चे पाने की उम्मीद से गई थीं।
लॉ फर्म ने आगे कहा कि जांच में यह पता लगा है कि डॉ.बार्विन 1970 से ऐसा करते आ रहे हैं। 150 से अधिक लोग उनकी इसी हरकत के कारण प्रेग्नेंट होने का आरोप लगा चुके हैं। जांच के दौरान 51 अन्य मामले भी सामने आए हैं, जिनमें बच्चों के बायलॉजिकल पिता की पहचान नहीं हो सकी। इन 51 मामलों में से 16 में पिता के स्पर्म से पैदा हुए बच्चों का डीएनए उनके पिता से मेल नहीं खाया, जबकि शेष 35 मामलों में बच्चे गुमनाम स्पर्म डोनर से हुए, जिनका डीएनए जांच में डोनर्स से मेल नहीं खाया।
डॉ.बार्विन के खिलाफ सबसे पहले साल 2016 में मुकदमा दर्ज कराया गया था। ओटावा के दंपति दवीना और डेनिएल डिक्सन उनके पास 1989 में मदद के लिए पहुंचे थे। उन्हें बच्चा नहीं हो रहा था। लेकिन डॉक्टर के पास जाने के बाद अगले ही साल उन्हें बच्ची हुई। दो दशक बाद दंपति को मामले की असलियत पता लगी।
दंपति की आंखें नीली थीं। उन्हें शक हुआ कि आखिर दोनों की आंखों का रंग एक होने के बाद भी बच्ची की आंखें भूरी कैसे हो सकती हैं? साल 2016 में इसी बात का कारण जानने के लिए उन्होंने बच्ची का ब्लड टेस्ट कराया। बच्ची का ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव निकला, जबकि डेनिल का ब्लड ग्रुप एबी था। ऐसे में अलग ब्लड ग्रुप की बात सामने आने पर दंपति ने दावा किया कि डेनिएल बच्ची के पिता कैसे हो सकते हैं।
लॉ फर्म ने बताया कि वह आरोपी डॉक्टर के खिलाफ तथ्य जुटा रही है और आने वाले महीनों में उसे उम्मीद है कि फर्टिलिटी डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। साल 2013 में दो महीने के लिए डॉ.बार्विन के प्रैक्टिस करने पर अस्थाई रोक लगा दी गई थी। फर्टिलिटी डॉक्टर ने तब चार महिलाओं के गलत स्पर्म प्रवेश करा दिया था।