कांग्रेस के बाद अब करेगी भाजपा उपवास..

कनार्टक चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा के आम चुनाव से पहले दलितों के मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी ने एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसी के चलते कांग्रेस द्वारा सोमवार को किये गये उपवास के विरोध में भाजपा गुरूवार को उपवास कर विपक्षी दलों पर हमला बोलेगी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी एसटी एक्ट में हुए संशोधन के बाद पूरे देश में दलित संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें जानमाल से लेकर सरकारी व निजी क्षति हुई। तो वहीं दलित मुद्दे पर सियासत इन दिनों चरम पर है और कांग्रेस और भाजपा के नेता खुद को दलितों का हितैषी बताने में लगे हुए हैं।

वहीं संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण हंगामे की भेंट चढ़ने को लेकर भी दोनों पार्टियां आमने सामने हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर इसका ठीकरा फोड़ रहे हैं। इसी कड़ी में बीजेपी और कांग्रेस ने एक दूसरे खिलाफ उपवास युद्ध छेड़ दिया है। सोमवार को जहां देशभर में कांग्रेसियों ने उपवास रखा था वहीं अब 12 अप्रैल को बीजेपी सांसद भी उपवास रखेंगे। इसी सम्बन्ध में मंगलवार को भाजपा बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता कर विपक्ष पर संसद ना चलने देने का आरोप लगाया। कहा कि लोकतंत्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त विपक्षी दलों ने जो हालात पैदा किए हैं उसके विरोध में वो 12 अप्रैल को कानपुर कचहरी के चेतना चौराहे पर हजारों कार्यकर्ताओं के साथ उपवास करेंगे। जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी ने कहा कि जनता में लगातार पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से विपक्ष पूरी तरह घबरा गया है और दलितों को बरगलाकर राजनीतिक परिदृश्य में आने को बेताब है। लेकिन जनता ने पहले भी दो चुनावों इनको पूरी तरह से नाकार दिया है और जिस प्रकार से जनता का अटूट प्रेम मिल रहा है उससे आगामी लोकसभा चुनाव में इनका कहीं अता पता भी नहीं चलेगा।

विपक्षियों ने बोला हमला

भाजपा सांसद के इस फैसले से कानपुर में एक बार फिर दलित मुद्दा तेजी से गरमा गया।कांग्रेस के नगर अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा का ढोंग अब चलने वाला नहीं है।आरोप लगाया कि पहले सुप्रीम कोर्ट से दलितों के विरोध में आदेश को पारित करा दिया और जब विरोध उग्र रूप ले लिया तो पुर्नविचार याचिका दाखिल कर रहें हैं और कह रहें हैं कि दलितों का भाजपा कतई अहित नहीं होने देगी।कहा कि अगर कांग्रेस को देखकर उपवास भाजपा सांसद कर रहें है तो पहले अपनी पार्टी की दलित विरोधी विचारधारा को बदलवाने का काम करें।

सपा के नगर अध्यक्ष मोइन खान ने कहा कि अब भाजपा नेता सांकेतिक उपवास ही नहीं चाहे महीनों का उपवास रख लें दलित मतदाता इनके बहकावे में नहीं आने वाला है। बसपा के जिलाध्यक्ष रामशंकर कुरील ने कहा कि सपा और बसपा का गठबंधन होने जा रहा है जिससे भाजपा सांसद डरे हुए हैं और उपवास कर सद्भावना लेने चाहते हैं पर दलित मतदाता अब पूरी तरह से पार्टी में वापस आने का मन बना लिया है।जिससे उनकी हार होना तय है।

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