रेप के आरोपी बीजेपी विधायक को डीजीपी ने कहा ‘माननीय’, बोले- गिरफ्तारी पर सीबीआई करेगी फैसला
उत्तर प्रदेश में उन्नाव गैंगरेप के आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। बढ़ते दवाब के बीच आरोपी विधायक के खिलाफ गुरुवार (12 अप्रैल, 2018) को पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं राज्य के प्रिंसिपल सेक्रेटरी (गृह) अरविंद कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केस को सीबीआई के हवाले किए जाने की जानकारी दी। उधर प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने गैंगरेप के आरोप सेंगर को ‘माननीय विधायक’ कहकर संबोधित किया। जिस पर पत्रकारों ने सवाल उठाया तो उन्होंने कहा कि अभी वे केस में दोषी करार नहीं दिए गए हैं, इस नाते ‘माननीय विधायक’ कहना गलत नहीं है।
प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में पूरी घटना की सिलसिलेवार जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पीड़िता की शिकायत पर जनपदीय पुलिस ने जांच की।164 के बयान में पहले विधायक के नाम का उल्लेख नहीं था। जिस पर उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। तीन अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता के साथ मारपीट की घटना हुई। जिसमें मौत हो गई। चूंकि इसमें जिला चिकित्सालय, कारागार के स्तर पर कुछ आरोप लगे तो इसकी अलग-अलग जांच कराई गई। डीआइजी कारागार और उन्नाव के डीएम ने अपनी रिपोर्ट सौंपी। सीएमओ की अध्यक्षता में दो एसीएमओ की कमेटी ने उपचार की छानबीन की। पता चला कि जेल में दाखिल होने से पहले समुचित चिकित्सकीय परीक्षण नहीं कराया गया। जिला अस्पताल में भी उपचार के दौरान लापरवाही मिली। जिस पर सीएमएस और मेडिकल अफसर को निंलंबित कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि चार जून की घटना के केस की विवेचना सीबीआई ट्रांसफर करेगी।जबकि एसआइटी भी अपनी कार्रवाई करती रहेगी।डीजीपी ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि सीबीआई गुण-दोष के आधार पर निर्णय लेगी कि विधायक को गिरफ्तार करना है या नहीं।उन्होंने कहा कि मुकदमे की विवेचना को सीबीआई को ट्रांसफर किया है। डीजीपी ओमप्रकाश सिंह ने कहा-विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को कोई बचा नहीं रहा है।