कठुआ गैंगरेप: फर्जी ‘हिंदुओं’ पर भड़कीं सोनम कपूर, सानिया मिर्जा ने भी निकाली भड़ास

कठुआ गैंगरेप के आरोपियों के समर्थन में हुए प्रदर्शन पर अब तक कई लोगों ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। अब खेल और सिनेमा जगत से जुड़ी हस्तियों ने भी इस प्रदर्शन के खिलाफ आवाज बुलंद की है। अभिनेत्री सोनम कपूर इस प्रदर्शन पर बुरी तरह भड़क गई हैं। सोनम कपूर ने ट्वीट कर कहा है कि ‘इस प्रदर्शन को देखकर मैं चकित हूं। यह सभी फर्जी हिंदू और फर्जी राष्ट्रीय हैं। मैं यह विश्वास नहीं कर सकती यह मेरे देश में हो रहा है’।
इधर देश की विख्यात टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने भी इस प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया दी है।

सानिया मिर्जा ने कहा कि ‘क्या हम ऐसा ही देश बनाना चाहते हैं? अगर हम इस 8 साल की बच्ची के लिए खड़ा नहीं होते तो हम दुनिया में किसी भी चीज के लिए कभी खड़े नहीं हो पाएंगे, यहां तक की मानवता के लिए भी नहीं’। आपको बता दें कि कठुआ सामूहिक दुष्‍कर्म के आरोपियों के समर्थन में लोगों ने यहां बुधवार (11-04-2018) को जमकर प्रदर्शन किया था। आरोपियों के पक्ष में जुटे लोगों ने इस दौरान ‘भारत माता’ की जय के नारे भी लगाए। इस प्रदर्शन का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। अब तक कई लोगों ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है।

क्या है पूरा मामला? कठुआ में आठ साल की एक बच्ची से मंदिर में गैंगरेप किया गया था। गैंगरेप के बाद बच्ची की निर्मम हत्या कर दी गई थी। पीड़ित बच्ची बकरवाल (मुस्लिम) समुदाय से थी। हिंदूओं में आम धारणा बन गई थी कि इस समुदाय के लोग गायों का मांस खाते हैं। इस घटना के जरिए रसाना गांव से इस समुदाय के लोगों को विस्थापित करने की बड़ी साजिश रची गई थी। इसी साजिश के तहत मासूम बच्ची का पहले अपहरण किया गया फिर उसे एक मंदिर में बंधक बना कर रखा गया और फिर इसी मंदिर में उससे करीब एक हफ्ते तक हैवानियत की गई।

गंभीर बात यह भी है कि राजस्‍व विभाग के पूर्व अधिकारी सांझी राम को सामूहिक दुष्‍कर्म और हत्‍या का मास्टर माइंड बताया जा रहा है। बता दें कि आठ साल की बच्‍ची के साथ गैंगरेप करने से पहले उसे नशीली दवा खिला दी गई थी। इसके कारण वह अपना बचाव भी नहीं कर सकी थी। पुलिस ने इस मामले में एक नाबालिग समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

इस मामले की जांच के बाद यह भी सामने आया है कि मास्टरमाइंड ने बकरवाल समुदाय के मुसलमानों को बाहर खदेड़ भगाने के लिए अपने ही भतीजे और अन्य 6 लोगों को उकसाया था। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में बकरवाल समुदाय मुख्य रूप से चरवाहे का काम करता है।

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