बड़ा बेटा डॉक्टर, छोटा बेटा मर्चेंट नेवी में, बाप चला रहा था ‘ठकठक गैंग’, 30 साल बाद गिरफ्तार

मुंबई पुलिस ने बुधवार को दस ससदस्यीय ठक-ठक गिरोह के सरगना रविचंद्रन को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से चोरी का माल भी बरामद किया। पिछले साल मार्च में धारावी में डेढ़ करोड़ रुपये एटीएम वैन डकैती की घटना में यह व्यक्ति वांक्षित था। इस 45 वर्षीय व्यक्ति को 30 साल के अपराधिक इतिहास में पहली बार गिरफ्तार किया गया ।पुलिस के मुताबिक आरपी रवि चंद्रन तमिलनाडु के त्रिचिरापल्ली के रामजी नगर का रहने वाला है।उसका दावा है कि वह तमिल के अलावा अन्य कोई भाषा नहीं जानता। हालांकि जांच के दौरान अधिकारियों ने पाया कि यह सच नहीं है।
15 साल की उम्र में ही रविचंद्रन तमिलनाडु से मुंबई आ गया।इसके बाद ठक-ठक गैंग से जुड़ गया। वह वाहन चालकों की खिड़की पर ठोकर मारकर उनका ध्यान बंटाता फिर गाड़ी का सामान लेकर चंपत बनता।सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर अविनाश कनाडे ने बताया कि दक्षिण मुंबई के एक ज्वेलरी डिजाइनर ने शिकायत दर्ज कराई थी। कहा था कि पांच लोग उसकी कार के पास आए और खिड़की के पास आकर कहा कि कार से तेल गिर रहा है। जब डिजाइनर लीकेज चेक करने लगा तो गैंग में शामिल व्यक्ति गाड़ी के पीछे रखा दो लाख 17 हजार रुपये नकद और आभूषणों से भरा बैग लेकर भाग निकला। जब गिरोह के सदस्य किसी और वाहन चालक को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे थे, तब पुलिस ने छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक गैंग के सरगना रविचंद्रन का बड़ा बेटा नवी मुंबई में चिकित्सक है। जबकि छोटा बेटा मर्चेंट नेवी में कार्यरत है।