सीबीएसई 10वीं प्रश्नपत्र लीक में बैंक प्रबंधक समेत तीन गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस, अपराध शाखा की विशेष जांच टीम ने दसवीं के गणित पेपर लीक मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनकी गिरफ्तारी पिछले सप्ताह ऊना, हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किए गए केंद्र अधीक्षक राकेश कुमार से पूछताछ के आधार पर की गई है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक बैंक प्रबंधक, एक सीनियर कैशियर और एक महिला शामिल हैं। महिला का बेटा इस साल दसवीं के परीक्षा में शामिल हुआ था। प्रारंभिक स्तर पर पुलिस पेपर लीक मामले में पैसे की लेनदेन से इनकार कर रही है।
दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से 35 साल के शेरू राम शामिल हैं जो यूनियन बैंक आॅफ इंडिया, ऊना शहर में शाखा प्रबंधक के तौर पर कार्यरत हैं। इसी शाखा के सीनियर कैशियर ओम प्रकाश (58) और एक महिला भी इसी गिरोह में शामिल थी। महिला राकेश कुमार की रिश्तेदार है। आरोप है कि इसी महिला ने हस्तलिखित 12वीं के अर्थशास्त्र और दसवीं के गणित के पेपर को व्हाट्सऐप के जरिए अपने जानकारों को भेजा था, जिसके बाद यह पेपर देश के कई हिस्सों में परीक्षा से पहले ही वायरल हो गया था।
पुलिस के मुताबिक आरोपी राकेश कुमार जिस दिन (23 मार्च) कंप्यूटर साइंस का पेपर बैंक के लॉकर से लेने गया था, उसी दिन अर्थशास्त्र और गणित के पेपर का एक-एक बंडल अपने साथ ले आया था। बाद में उसने एक पेपर निकाल कर अपने मोबाइल से फोटो खींचा। उसके बाद बंडल को उसी प्रकार से सील कर दिया। कुछ सयम बाद उसने अपने एक छात्र को बुलाया और उस पेपर को हाथ से लिखवाया। उसके बाद उसने यह पेपर रिश्तेदार महिला को व्हाट्सऐप के जरिए भेजा, जिसका बेटा इस साल दसवीं की परीक्षा दे रहा था। बाद में उसने अपने मोबाइल फोन से सभी फोटो डिलिट कर दिया। बाद में महिला ने अपने व्हाट्सऐप गु्रप में इसे वायरल कर दिया। पुलिस के मुताबिक इस मामले में बैंक प्रबंधक और कैशियर की लापरवाही सामने आ रही है। संयुक्त आयुक्त ने कहा कि अभी जांच जारी है और आने वाले दिनों में और लोग गिरफ्तार किए जा सकते हैं।