VIDEO: मुस्लिम पैनलिस्ट पर भड़के अजय, बोले- हिंदू अगर आतंकी होता तो नहीं बढ़ पाती तुम लोगों की आबादी
हैदराबाद की मशहूर मक्का मस्जिद में हुए ब्लास्ट मामले में विशेष NIA अदालत ने आरोपी स्वामी असीमानंद समेत सभी 5 आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया तो फिर से हिंदू आतंकवाद शब्द पर बहस छिड़ गई है। 18 मई 2007 को हुए इस ब्लास्ट में 9 मारे गए थे जबकि 58 घायल हुए थे। जांच एजेंसियों ने स्वामी असीमानंद को मुख्य आरोपी बनाया गया था। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस सरकार ने हिंदू आतंकवाद साबित करने के लिए स्वामी असीमानंद को जानबूझकर फंसाया था। इस मुद्दे पर न्यूज 18 चैनल पर हुई बहस के दौरान मुस्लिम और हिंदू संगठन के प्रवक्ता आमने-सामने आ गए।
दरअसल बहस के दौरान आईआरएफ के मीडिया संयोजक इलियास सराफुद्दीन ने हिंदू आतंकवादी शब्द का इस्तेमाल किया तो हिंदू संगठन से जुड़े अजय गौतम भड़क उठे। उन्होंने कहा कि हिंदू अगर आतंकवादी होता तो तुम यहां स्टूडियों में बैठकर हिंदुओं को गाली न देते, हिंदू अगर आतंकवादी होता तो चार प्रतिशत से बढ़कर तुम्हारी 17 प्रतिशत आबादी न होती। यह बहस एंकर सुमित अवस्थी के ‘हम तो पूछेंगे’ शो में चल रही थी। विषय था-आतंक को रंग क्यों। बहस में कांग्रेस प्रवक्ता राजीव त्यागी और बीजेपी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी भी शामिल थे।
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने इलियास सराफुद्दीन को जवाब देते हुए कहा कि आप लोगों के लिए अफजल गुरु व्यवस्था का मारा होता है। बटला हाउस एनकाउंटर के लिए सोनिया गांधी आंसू बहाती हैं। सुधांशु के इस कथन पर कांग्रेस प्रवक्ता राजीव त्यागी ने प्रतिवाद किया। एंकर सुमित अवस्थी ने बहस के दौरान भिड़ंत रोकने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि आतंक का कोई रंग नहीं होता। अपराधी की पहचान कर उसे दंड दिलाने की कोशिश करनी चाहिए। एंकर अवस्थी ने कहा कि वे हिंदू टेरर बोलते हैं तो जवाब में हरा टेरर कहते हैं।