अमेरिका में उमर अब्दुल्ला का विरोध, कश्मीरी प्रदर्शनकारियों ने कहा ‘वॉर क्रिमिनल’, नहीं देने दिया भाषण

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला गुरुवार को अमेरिका के बर्कले शहर में थे। वह यहां बर्कले शहर के कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय में भाषण देने के लिए आए हुए थे। लेकिन अमेरिका में रहने वाले कश्मीरी मूल के कुछ प्रदर्शनकारियों ने उन्हें भाषण देने से रोक दिया। उन्होंने उमर अब्दुल्ला के भाषण के दौरान नारेबाजी की। विरोध जताने वालों ने उमर और पिता पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को वॉर क्रिमिनल तक करार दे दिया। उमर अब्दुल्ला का विरोधी करने आई एक महिला प्रदर्शनकारी ने उनसे कहा कि,’मैं तुमसे अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में बात करूंगी। तुम, तुम्हारे पिता, तुम्हारे दादा। तुम सभी युद्ध अपराधी हो। तुम मुझे वहां देखोगे।

उमर अब्दुल्ला का विरोध करने वालों में कश्मीरी पंडित भी शामिल थे। उन्होंने भी उमर अब्दुल्ला के भाषण का विरोध किया और खूब नारेबाजी की। कश्मीरी पंडित उमर अब्दुल्ला की पाक प्रायोजित आतंकवाद के मामले में चुप्पी से नाराज थे। उनमें से एक कश्मीरी पंडित ने कहा कि,’ तुम अगर चाहो तो मुझसे कश्मीरी में भी बात कर सकते हो। मैं तुमसे बेहतर कश्मीरी बोलता हूं। इस पर उमर अब्दुल्ला ने जवाब दिया कि तुम सभी यहां से चले जाओ। इस पर एक नौजवान ने चुभने वाला जवाब दिया और कहा कि ‘आप हमें ​जबरदस्ती बाहर निकाल रहे हैं।’

बता दें कि सन 1990 के आसपास जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का दौर शुरू हो गया था। कट्टरपंथी इस्लाम और आतंकवादियों के भय के कारण बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडितों ने अपना घर छोड़ दिया था। इससे पहले 17 अप्रैल को उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करते हुए बताया था कि यूनीवर्सिटी आॅफ कैलीफोर्निया, बर्कले ने ‘द पाथ फॉरवर्ड इन कश्मीर, इटस कॉम्पलैक्सिटीज एंड वेरियस इश्यूज’ विषय पर चर्चा सत्र आयोजित किया है। रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शनकारियोें ने यूनीवर्सिटी आॅफ कैलीफोर्निया के खिलाफ एक आॅनलाइन कैम्पेन भी शुरू किया था। प्रदर्शनकारी इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को बुलाए जाने से नाराज थे। प्रदर्शन करने वालों का कहना था कि अब्दुल्ला परिवार ने कभी भी पाकिस्तान के द्वारा कश्मीर में फैलाई जा रही अशान्ति पर कभी कोई बयान नहीं दिया है। जब कश्मीरी पण्डितों पर अत्याचार हो रहा था, तब भी अब्दुल्ला परिवार ने हमें बचाने की कोशिश नहीं की थी।

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