दर्जी का बेटा पहली ही नौकरी में बना कंपनी का एसोसिएट डायरेक्‍टर, पैकेज 19 लाख

केरल को कोल्लम में रहने वाले 27 वर्षीय जस्टिन फर्नांडीस की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है। जस्टिन का बचपन बहुत ही परेशानियों में गुजरा और हर चीज के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ा। उनके संघर्ष और मेहनत का फल उन्हें अपनी पहली ही नौकरी में मिल गया। जस्टिन को आईआईएम नागपुर के कैम्पस प्लेसमेंट में अब तक का सबसे ज्यादा सैलरी पैकेज मिला है। आईआईएम नागपुर में पढ़ने वाले जस्टिन को हैदराबाद की वैल्यू लैब द्वारा एसोसिएट डायरेक्टर पद के लिए  19 लाख रुपए का सालाना पैकेज का ऑफर दिया गया है।

जस्टिन के दादा जी दर्जी थे, इसलिए उनके पिता ने भी यही व्यवसाय चुना। एक गरीब परिवार से आने वाले जस्टिन ने कभी नहीं सोचा था कि वे अपनी क्लास में पढ़ने वाले अन्य छात्रों की तरह कुछ बड़ा करेंगे। अपने स्कूली दिनों से ही जस्टिन ने कुछ बड़ा करने के लिए मेहनत करनी शुरू कर दी थी, क्योंकि उनका परिवार इसमें सक्षम नहीं था। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में जस्टिन ने बताया कि उनके परिवार की सालाना इनकम पचास हजार रुपए थी। उनका परिवार सरकार द्वारा दिए जाने वाले सब्सिडी राशन पर निर्भर था। उन्होंने बताया कि उनकी सफलता के पीछे उनकी एक आंटी का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।

जस्टिन के मुताबिक उनकी आंटी को लगता था कि केवल शिक्षा के जरिए ही उनकी पारिवारिक स्थिति को सुधारा जा सकता है। जस्टिन ने कहा, “मेरी आंटी ने 12वीं क्लास तक हमारी पढ़ाई की जिम्मेदारी उठाई।” इसके बाद त्रिवेंद्रम के सरकारी इंजिनीयरिंग कॉलेज से बीटेक में स्कॉलरशिप मिलने के बाद उनकी स्थिति में सुधार आया। आईआईएम नागपुर में दाखिला लेने से पहले दो साल तक जस्टिन ने एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम किया था। जस्टिन आईआईएम कोझिकोड से एमबीए करना चाहते थे, लेकिन वह पहले अटेम्पट में दाखिला नहीं ले पाए। जस्टिन ने कहा कि उनकी उम्र निकलती जा रही थी, इसलिए उन्होंने आईआईएम नागपुर में दाखिला लिया। यहां अपनी लगन और मेहनत से जस्टिन ने इतना बड़ा पैकेज हासिल कर इतिहास रच दिया है।

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