विजय माल्या के पास से गायब हुई 1.5 करोड़ रुपये में खरीदी हुई टीपू सुल्तान की ऐतिहासिक तलवार
विजय माल्या के पास से टीपू सुल्तान की ऐतिहासिक तलवार गायब हो गई है। अब खुद माल्या को भी पता नहीं है कि तलवार कहां है। माल्या ने 14 साल पहले वर्ष 2004 में टीपू सुल्तान की तलवार को लंदन में हुई नीलामी में 1.5 करोड़ रुपये में खरीदी थी। हालांकि, उन्होंने वर्ष 2016 में तलवार को यह कहते हुए वापस कर दिया था, यह उनके लिए अनलकी रहा। अब किसी को पता नहीं कि यह तलवार किसके पास है। दरअसल, विजय माल्या के खिलाफ 13 भारतीय बैंकों का एक कंसोर्टियम लंदन हाई कोर्ट में केस लड़ रहा है। ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ के अनुसार, कोर्ट में सुनवाई के दौरान टीपू सुल्तान की तलवार का मुद्दा सामने आया था। बैंकों ने आशंका जताई थी कि माल्या अपनी संपत्तियों का गायब करने में जुटे हैं, जिससे बैंकों के सामने नया खतरा उत्पन्न हो गया है। बता दें कि विजय माल्या पर भारतीय बैंकों का 9,000 हजार करोड़ रुपये का कर्ज न देने का आरोप है। कर्ज चुकाने में अक्षम रहने के बाद से विजय माल्या ने ब्रिटेन में शरण ले रखी है। भारत उनके प्रत्यर्पण को लेकर लगातार प्रयासरत है।
मीडिया रिपोर्ट में माल्या के बेंगलुरु स्थित एक पूर्व सहयोगी ने बताया था कि व्यवसायी ने टीपू सुल्तान की ऐतिहासिक तलवार को एक प्रतिष्ठित संग्रहालय को सौंपने की कोशिश की थी, लेकिन संबंधित संग्रहालय ने इससे इनकार कर दिया था। उन्होंने बताया कि इसके बाद माल्या ने तलवार का क्या किया इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। यहां तक कि टीपी सुल्तान के उत्तराधिकारियों को भी तलवार के बारे में जानकारी नहीं है। मैसूर के शासक की सातवीं पीढ़ी के शाहेबजादा मंसूर अली टीपी ने बताया कि उनके परिवार ने माल्या से इस तलवार को खरीदने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा, ‘जहां तक मेरी समझ है अब यह तलवार कहीं नहीं है। यह न तो श्रीरंगपट्टन स्थित टीपी सुल्तान के संग्राहलय में है और न ही परिवार के किसी सदस्य के पास। माल्या ने टीपू सुल्तान की तलवार के ठिकाने के बारे में कभी भी किसी को नहीं बताया था।’ मंसूर अली के अनुसार, उनके परिवार ने ऐतिहासिक धरोहर को भारत वापस लाने के लिए कानूनी कार्रवाई करने के लिए तैयार था। हालांकि, माल्या के वकील ने तलवार छुपाने के आरोपों को खारिज किया है।