उत्तर कोरिया ने अपने न्यूक्लियर मिसाइलों के परीक्षण रोकने का लिया बड़ा फैसला, जापान संतुष्ट नहीं
उत्तर कोरिया के परमाणु एवं मिसाइल परीक्षण रोकने का संकल्प लेने के बारे में जहां जापान ने कहा है कि वह संतुष्ट नहीं है और उकोरिया पर उसकी दबाव की नीति जारी रहेगी। वहीं दक्षिण कोरिया का कहना है कि उत्तर कोरिया का यह कदम ‘‘परमाणु निरस्त्रीकरण’’ की दिशा में एक ‘‘सार्थक प्रगति’’ है। जापान के रक्षा मंत्री इत्सुनोरी ओनोडेरा ने वाशिंगटन में पत्रकारों से कहा, ‘‘हम संतुष्ट नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया ने ‘‘छोटी एवं मध्यम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को छोड़ने’’ का जिक्र नहीं किया है। ओनोडेरा ने कहा, ‘‘सामूहिक विनाश करने वाले परमाणु हथियारों एवं मिसाइलों के हथियारों के खात्मे तक’’ वह प्योंगयांग पर दबाव बनाने की नीति जारी रखेंगे।
वहीं दक्षिण कोरिया ने इसे ‘‘परमाणु निरस्त्रीकरण’’ की दिशा में एक ‘‘सार्थक प्रगति’’ बताते हुए उत्तर कोरिया की सराहना की। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा, ‘‘उत्तर कोरिया का निर्णय परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में एक सार्थक प्रगति है, जैसा विश्व चाहता है।’’ उत्तर कोरिया की इस घोषणा के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘यह उत्तर कोरिया और पूरे विश्व के लिए एक अच्छी खबर है और एक बड़ी प्रगति है।’’ साथ ही उन्होंने कहा कि वह किम के साथ होने वाले शिखर सम्मेलन को लेकर उत्साहित हैं।
उत्तर कोरिया का कहना है कि उसने अपने परमाणु एवं लंबी दूरी वाले मिसाइल परीक्षण कार्यक्रम रोक दिए हैं और वह परमाणु परीक्षण स्थलों को बंद करने पर विचार कर रहा है ।
उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच नए सिरे से परमाणु वार्ता होने की घोषणा के बाद यह ऐलान किया गया है। हालांकि, उत्तर कोरिया की तरफ से की गई इस घोषणा में उसके परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर इच्छुक होने का कोई स्पष्ट संकेत नहीं है।
उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु बल को लेकर आश्वासन जाहिर किया है , जिसके कथित थर्मोन्यूक्लियर वारहेड का जमीन के नीचे और तीन अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का हवा में परीक्षण करने के बाद किम जोंग – उन ने इसके नवंबर में पूरा होने की घोषणा की थी। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि किम मजबूत स्थिति में है और उसके वार्ता के दौरान अपने परमाणु हथियारों में कटौती करने पर राजी होने की संभावना कम है। दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि किम अपनी टूटी अर्थव्यवस्था को कड़े प्रतिबंधों से बचाने का प्रयास कर रहा है।
इस घोषणा के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विट करते हुए कहा , ‘‘ यह उत्तर कोरिया और पूरे विश्व के लिए एक अच्छी खबर है और एक बड़ी प्रगति है। ’’ साथ ही उन्होंने कहा कि वह किम के साथ होने वाले शिखर सम्मेलन को लेकर उत्साहित हैं। उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘‘ कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ’’ का कहना है कि देश यह कदम अपने राष्ट्रीय फोक्स को बदलने और अर्थव्यवस्था में सुधार करने के लिए उठाया है।
वहीं किम और ट्रंप के बीच बैठक मई या जून में होने की संभावना है।