बिहार के नेताओं से मिले अमित शाह, कहा- 2019 में जेडीयू की सीटों पर भी रहेंगे बीजेपी के बूथ मैनेजर
बीते गुरुवार (14 सितंबर) को बिहार पहुंचे भारतीय जनता पार्टी (भाजाप) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सूबे में पार्टी कोर ग्रुप के नेताओं से मुलाकात की। शाह ने जेडीयू गठबंधन के बाद पहली बार इस तरह की बैठक की। इस दौरान पार्टी अध्यक्ष ने सरकारी योजनाएं उनके लाभर्थियों तक पहुंचे, ये सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही राज्य सरकार में भाजपा मंत्रियों से सोमवार और मंगलावर को आम लोगों से मिलने के लिए कहा। भाजपा नेताओं से बैठक के बाद अमित शाह ने मीडिया को बताया, बैठक पार्टी संगठन और सरकार से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित रही। साथ ही राज्य में पार्टी को और मजबूत करने पर जोर दिया गया। हालांकि सूत्रों का कहना है कि अमित शाह ने ये बैठक जेडीयू की उस मांग को देखते हुए की है जिसमें एनडीए में शामिल नीतीश सरकार 2019 लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग कर सकती है। हालांकि सूत्रों की मानें तो 2019 के चुनावों में भाजपा बूथ मैनेजर जेडीयू की सीटों पर भी नजर रखेंगे। माना जा रहा है कि भाजपा की एक इकाई अभी से ही राज्यों में सीटों के आंकलन में जुट गई है। रिपोर्ट केंद्रीय नेताओं को मिलने के बाद ही सीटों के बंटवारे पर बात तय होगी।
दूसरी तरफ भाजपा खेमे में चर्चा है कि साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले ही कई सांसद और विधायक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। कहा जा रहा है कि इसमें ऐसे लोग ज्यादा होंगे जिनका पार्टी आलाकमान से मोहभंग हो चुका है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष सबसे पहले बिहार में राजद और कांग्रेस के जातीय समीकरण को खत्म करना चाहते हैं। माना जा रहा है कि नीतीश के एनडीए में शामिल होने से 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को सीधा फायदा होगा।
जानकारी के लिए बात दें कि साल 2014 लोकसभा के चुनावों में एनडीए के खाते में 31 सीटें आईं जबकि यूपीए को 6 सीटें मिली और जेडीयू को दो सीटें। यह तब की बात है, जब नीतीश लालू और कांग्रेस ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। विधानसभा चुनाव में पिछली गलतियों से सबक लेकर तीनों महागठबंधन में लड़े और 243 में से 178 सीट हासिल की।