लंदन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कह दी ऐसी बात कि देश के डॉक्टर हो गए नाराज, लिखी चिट्ठी
कॉमनवेल्थ हेड्स ऑफ गवर्मेंट (चोगम) की इस बार की बैठक के लिए लंदन दौरे पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की कथित भ्रष्ट चिकित्सा सुविधाओं और डॉक्टरों के चरित्र को भी बेनकाब किया, लेकिन इससे प्रधानमंत्री के प्रति डॉक्टरों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने पीएम को एक बड़ा सा पत्र लिखा। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक एसोसिएशन ऑफ मेडीकल कंसल्टेंट्स (मुंबई) और इंडियन मेडीकल एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर उनके बयान को लेकर निराशा जताई। प्रधानमंत्री ने लंदन दौरे के दौरान डॉक्टरों के भ्रष्टाचार को उजागर किया था और कहा था कि वे फार्मा कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए विदेशों में सम्मेलन में शामिल होते हैं। इंडियन मेडीकल एसोसिएशन के डॉक्टर विनोद शर्मा ने प्रधानमंत्री के बयान को शर्मनाक करार दिया। विनोद शर्मा ने एएनआई से कहा- ”प्रधानमंत्री के द्वारा शर्मनाक बयान। सम्मेलनों में हमें नई प्रक्रियाओं और दवाओं के बारे में पता चलता है। विदेशों में होने वाले सम्मेलन कभी फार्मा फर्म्स के द्वारा प्रायोजित नहीं होते हैं।”
बता दें कि कॉमनवेल्थ हेड्स ऑफ गवर्नमेंट की बैठक हर दो वर्ष में आयोजित होती है। इस द्विवार्षिक शिखर बैठक में सभी राष्ट्रमंडल देशों के प्रमुख हिस्सा लेते हैं। कभी ब्रिटिश झंडे के तले रहे दुनिया के 53 देश इस समूह की शिखर बैठक में हिस्सा लेते हैं। इस बार 11वीं बैठक में ‘साझा विकास’ के विषय पर चर्चा हुई। 2010 के बाद पहली बार भारतीय प्रधानमंत्री चोगम की बैठक में शामिल हुए। यह शिखर सम्मेलन पहली बार विंडसर कैसल में हुआ। बुधवार (18 अप्रैल) की रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंदन के ऐतिहासिक वेस्टमिंस्टर के सेंट्रल हॉल में ”भारत की बात सबके साथ” कार्यक्रम में लोगों को संबोधित किया।
इस दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सेना के द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर प्रधानमंत्री ने लंदन से पड़ोसी मुल्क को लताड़ लगाई। पीएम मोदी ने कहा कि जब किसी ने आतंक के निर्यात की फैक्ट्री लगा ली हो और हम पर पीछे से हमले की कोशिशें करता हो तो मोदी उसी भाषा में जवाब देना जानता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व को संदेश देते हुए पहले और दूसरे विश्व युद्ध में भारत की भूमिका याद दिलाई।