महाराष्ट्र में चार दशक की बड़ी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने महिलाओं सहित करीब 16 नक्सलियों को किया ढेर
महाराष्ट्र में चार दशक बाद सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने रविवार को गढ़चिरौली जिले में कुछ महिलाओं सहित करीब 16 नक्सलियों को मार गिराया। मारे गए नक्सलियों में दो उच्चस्तर के कमांडर शामिल थे। अधिकारी के अनुसार, घने जंगलों में सुरक्षा बलों व नक्सलियों के बीच भारी मुठभेड़ हुई, जिसमें नक्सलियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अधिकारी ने कहा कि भामरगढ़-इतापल्ली तालुका की सीमा पर बोरिया जंगल में मुठभेड़ हुई।
पुलिस कमांडो के एक सी-60 दस्ते ने सुबह करीब 7 बजे नक्सल रोधी अभियान की शुरुआत की। इस अभियान की शुरुआत छिपे हुए नक्सवादियों के अचानक हमले के बाद की गई। पुलिस ने हमले का जवाब गोलीबारी से दिया। यह घमासान पांच घंटों तक सुबह 11 बजे तक जारी रहा। अधिकारी ने कहा, “अब तक हमने नक्सलियों के 16 शव बरामद किए हैं, जिसमें कुछ महिलाएं हैं। जंगल में अन्य शवों की तलाशी के लिए अभियान जारी है।”
अधिकारियों का मानना है कि एक पूरे सक्रिय दलम (इकाई) के साथ उच्च स्तर के कमांडरों व अन्य सर्वाधिक वांछित नक्सलियों का मुठभेड़ में सफाया हो सकता है। जिले में नक्सली आंदोलन के जन्म के बाद से बीते 38 सालों में नक्सलवादियों के खिलाफ पुलिस ने रविवार को सबसे बड़ी कार्रवाई की है।
इलाके व पड़ोसी जिलों जैसे चंद्रपुर व मध्य भारत के पड़ोसी राज्यों में फैसले से पुलिस ने बढ़ते खतरे से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षित बलों को तैनात किया है। पुलिस ने 2013 में अहेरी तालुका में गोविंदगांव में 6 नक्सलियों को मार गिराया था। पुलिस ने 2017 में सिरोनचा तालुका के कल्लाडे जंगलों में सात नक्सलियों को मार गिराया था।