पीएनबी ने हांगकांग में अदालत का दरवाजा खटखटाया

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी से कर्ज की रकम वसूलने के लिए उन सभी देशों में अदालती कार्रवाई शुरू करने का फैसला किया है, जहां दोनों की संपत्तियां और कारोबार हैं। साथ ही, सरकार ने अमेरिका में नीरव मोदी की कंपनियों की दिवालिया प्रक्रिया में हस्तक्षेप किया है। नीरव मोदी की फायरस्टार डायमंड समेत कई कंपनियों ने अमेरिका में दिवालिया घोषित किए जाने का आवेदन दाखिल किया है। भारत सरकार की एजंसियों ने अमेरिका की संबंधित अदालत में तर्क दिया है कि नीरव मोदी की उन कंपनियों ने भारत में आर्थिक घोटाला किया है और अमेरिका में इसपर कार्रवाई से भारतीय आर्थिक हितों को क्षति पहुंचेगी।

पीएनबी के एक आला अधिकारी के अनुसार, उनके बैंक ने हांगकांग की अदालत का दरवाजा खटखटाया है। फर्जी साखपत्रों के जरिए बैंक से 13 हजार करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज घोटाला करने के आरोपी आभूषण कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू की है। नीरव मोदी और उनके साझेदार जांच शुरू होने के पहले ही देश से फरार हो गए। अब बैंक के सामने कर्ज की रकम की वसूली की चुनौती है। ऐसे में पीएनबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बैंक उन देशों और जगहों में सक्षम प्राधिकरणों के सामने अपील करने की योजना बना रहा है, जहां नीरव मोदी व उसके सहयोगियों की संपत्तियां हैं। बैंक अधिकारियों ने फिलहाल उन देशों के बारे में विस्तृत ब्योरा नहीं दिया, लेकिन बताया कि हांगकांग में अधिकारियों से संपर्क किया गया है और नीरव मोदी की कंपनियों के खिलाफ वसूली के आदेश के लिए याचिकाएं दायर की गई हैं। पीएनबी ने नीरव मोदी के कंपनी समूह की अमेरिका स्थित इकाई फायरस्टार डायमंड के दिवालिया होने मामले की सुनवाई में हस्तक्षेप के लिए वहां अपने वकील कर लिए हैं। इस बीच चीन ने इस महीने की शुरुआत में कहा था हांगकांग प्रशासन नीरव मोदी को गिरफ्तार करने के भारत के आवेदन पर निर्णय करने को स्वतंत्र है।

केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी ने करीब 13 हजार करोड़ रुपए के घोटाले से निपटने के लिए विभिन्न एजंसियों द्वारा किए जा प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि नीरव मोदी की कुछ कंपनियों ने अमेरिका में दिवाला प्रक्रिया के लिए आवेदन किया है। इससे पंजाब नेशनल बैंक के हित प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा, ‘चूंकि पंजाब नेशनल बैंक के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में फायरस्टार डायमंड समेत नीरव मोदी की अन्य कंपनियों के खिलाफ देश में अभी जांच चल ही रही है, इन कंपनियों द्वारा अमेरिका दिवाला के लिए आवेदन करने से बैंक के हित प्रभावित होंगे।’ चौधरी ने कहा कि हमने अपने हितों की रक्षा के लिए अमेरिका में दिवाला प्रक्रिया में हस्तक्षेप किया है।

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